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MC Shimla Budget 2024: शिमला नगर निगम ने पेश किया 247 करोड़ का बजट, शराब पर सेस बढ़ाया, टूरिस्टों से वसूली जाएगी ग्रीन फीस

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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Feb 15, 2024, 7:32 PM IST

Updated : Feb 15, 2024, 9:38 PM IST

Mc shimla budget 2024, mc shimla budget announcements, nagar nigam budget shimla: नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट पेश किया. क्या कुछ घोषणाएं हुई पढ़ें विस्तार से...

Mc shimla budget 2024
शिमला नगर निगम ने पेश किया 247 करोड़ का बजट.

शिमला: कांग्रेस शासित नगर निगम शिमला ने अपना पहला बजट पेश किया है. निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट गुरुवार को पेश कर दिया. इस बजट में व्यय आय से 19.46 लाख कम रहे हैं. नगर निगम का यह बजट पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है. पिछले साल निगम का बजट लगभग 180 करोड़ के लगभग ही था. इसके बाद बजट में 67 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है. नगर निगम शिमला को साल भर विभिन्न तरह के टैक्स से 26 करोड़ की आय होगी. इसी तरह निगम को अनुदान में 43 करोड़ की राशि मिलेगी. नगर निगम की संपत्तियों से आई के रूप में 38 करोड़ और शहर में फीस और यूजर चार्ज के 20 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद है.

पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को 116 करोड़ रुपए किया है. केंद्र और राज्य सरकारों से अनुदान के रूप में मिलनी है. इसी तरह नगर निगम की साल भर 247.44 लाख रुपए की कुल आय होगी. निगम के व्यय पर गौर करें तो निगम को व्यय के रूप में 80 करोड़ रुपए सालाना स्थापना के खर्चे पर खर्च करने होंगे. इसके साथ ही रखरखाव पर खर्च की जानी है. इसके साथी अन्य तरह की ग्रांट व सब्सिडी 59 करोड़ 110 राजस्व व्यय साल भर रहेगा. नगर निगम में साल भर विभिन्न तरह के विकास कार्य होने के लिए 89 करोड़ का प्रावधान है. शहर में जो काम काम चल रहे हैं, उन पर 47 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा. इस तरह पूंजीगत व्यय का खर्च 136 करोड़ के लगभग रहने की उम्मीद है. ऐसे में पूरे साल नगर निगम का वह 247 करोड़ 24 लाख रहेगा. वहीं, यह व्यय यह व्यय नगर निगम की सालाना आय से 19 लाख 46 हजार रुपए कम है. ऐसे में नगर निगम का सालाना बजट 19 लाख के मुनाफे का है.

Mc shimla budget 2024
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट पेश किया.

शराब पर सेस बढ़ाया: बजट में कई घोषणाएं की गई हैं. जिसमें शहर में पार्किंग, सड़कों को चौड़ा करने, कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की बात कही गई है. बजट में शराब पर प्रति बोतल सेस 2 रुपये बढ़ाकर 10 रुपये करने की घोषणा की गई. इसके साथ ही बाहरी राज्यों से राजधानी में आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस ली जाएगी. इससे निगम को हर साल 10 करोड़ की आय होगी. शिमला में आवारा कुत्तों की गणना करवाई जाएगी. आवारा कुत्तों की नसबंदी और पंजीकरण किया जाएगा. भाजपा पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया और बिना पार्षदों के सुझाव लेकर तैयार किया बजट बताया है. बजट में बुजुर्गों के घर से निशुल्क जांच सैंपल सुविधा शुरू की जाएगी.

बुजुर्गों को अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा: नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह बजट कर मुक्त बजट है. विपक्ष के पार्षदों को कुछ कहना है इसके लिए इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वेस्ट मेट्रियल के लिए भरयाल में प्लांट लगाया जाएगा. शहर के बुजुर्गों के ब्लड सैंपल टेस्ट के लिए घरों से निशुल्क लिए जाएंगे. इससे बुजुर्गों को टेस्ट के लिए अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा. महापौर ने कहा कि शहर में लावारिस कुत्तों की गणना करने और सभी नसबंदी की जाएगी, ताकि कुत्तों की बढ़ती समस्या से छुटकारा पाया जा सके.

भाजपा के पार्षदों ने बजट तो निराशाजनक बताया: वहीं, भाजपा के पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया है. भाजपा पार्षद सरोज ठाकुर ने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं हैं. स्मार्ट सिटी के कामों का ही जिक्र किया गया है. उन्होंने कहा कि बजट से पहले सभी पार्षदों से सुझाव लेकर वार्डों की प्राथमिकताएं पूछी जाती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. वन्ही भाजपा पार्षद बिट्टू पान्ना ने कहा कि नगर निगम ने आपदा से कोई सबक नहीं सीखा है. आपदा से निपटने का बजट में कोई प्रावधान नहीं है यह बजट पूरी तरह निराशाजनक हैं.

पार्षद करवा सकते है 15 लाख के कार्य: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट में पहली बार पार्षद प्राथमिकता का प्रावधान किया गया है. पार्षद प्राथमिकता के तहत पार्षद अब अपने अपने वार्ड में 15 लाख रुपए तक के कार्य करवा सकेंगे. पार्षद प्राथमिकता के लिए पार्षद निधि के अलावा अलग से प्रावधान किया जाएगा. इस राशि से पार्षद अपने वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर होने वाले विकास कार्य को करवा सकेंगे. मेयर सुरेंद चौहान की ओर से पेश किए गए बजट में यह प्रावधान किया गया है. इसके अलावा शहर के वरिष्ठ नागरिकों का बजट में विशेष ख्याल रखा गया है. शहर वरिष्ठ नागरिकों के मेडिकल टेस्ट के लिए नगर निगम घर से ही सैंपल एकत्र करेगा. इससे वरिष्ठ नागरिकों को सैंपल देने के लिए लैब तक नहीं जाना पड़ेगा.

माल रोड का होगा सौंदर्यीकरण: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में शिमला के मालरोड को सुंदर बनाने का जिक्र भी किया गया है. इसके तहत मालरोड की सभी दुकानों में एक जैसे साइन बोर्ड लगाए जाएंगे. इसके अलावा मालरोड की सुंदरता में दाग लगा रहे विज्ञापन होर्डिंग्स की जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. इन सक्रीन पर अलग अलग कंपिनयों के विज्ञापन प्रदर्शित किए जाएंगे. इससे जहां नगर निगम शिमला का आय होगी, तो वहीं शहर भी सुंदर बना रहेगा.

हर घर में लगेगा क्यूआर कोड: नगर निगम शिमला द्वारा डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है. इस सिस्टम से प्रत्येक घर पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा. इससे गारबेज कलेक्टर की उस घर के प्रति नगर निगम शिमला में उपस्थिति लग जाएगी. इसके कार्यान्वयन होने से कचरा संग्रहण और उसकी मात्र की और वास्तविक समय में घर-घर पर कचरा संग्रहण की निगरानी हो पाएगी.

ये भी पढ़ें- कैबिनेट मीटिंग में बजट भाषण को मंजूरी, 17 फरवरी को सीएम सुखविंदर सिंह पेश करेंगे बजट

शिमला: कांग्रेस शासित नगर निगम शिमला ने अपना पहला बजट पेश किया है. निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट गुरुवार को पेश कर दिया. इस बजट में व्यय आय से 19.46 लाख कम रहे हैं. नगर निगम का यह बजट पिछले साल के मुकाबले काफी ज्यादा है. पिछले साल निगम का बजट लगभग 180 करोड़ के लगभग ही था. इसके बाद बजट में 67 करोड़ की बढ़ोतरी की गई है. नगर निगम शिमला को साल भर विभिन्न तरह के टैक्स से 26 करोड़ की आय होगी. इसी तरह निगम को अनुदान में 43 करोड़ की राशि मिलेगी. नगर निगम की संपत्तियों से आई के रूप में 38 करोड़ और शहर में फीस और यूजर चार्ज के 20 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद है.

पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को पूंजीगत आय के रूप में नगर निगम को 116 करोड़ रुपए किया है. केंद्र और राज्य सरकारों से अनुदान के रूप में मिलनी है. इसी तरह नगर निगम की साल भर 247.44 लाख रुपए की कुल आय होगी. निगम के व्यय पर गौर करें तो निगम को व्यय के रूप में 80 करोड़ रुपए सालाना स्थापना के खर्चे पर खर्च करने होंगे. इसके साथ ही रखरखाव पर खर्च की जानी है. इसके साथी अन्य तरह की ग्रांट व सब्सिडी 59 करोड़ 110 राजस्व व्यय साल भर रहेगा. नगर निगम में साल भर विभिन्न तरह के विकास कार्य होने के लिए 89 करोड़ का प्रावधान है. शहर में जो काम काम चल रहे हैं, उन पर 47 करोड़ का बजट खर्च किया जाएगा. इस तरह पूंजीगत व्यय का खर्च 136 करोड़ के लगभग रहने की उम्मीद है. ऐसे में पूरे साल नगर निगम का वह 247 करोड़ 24 लाख रहेगा. वहीं, यह व्यय यह व्यय नगर निगम की सालाना आय से 19 लाख 46 हजार रुपए कम है. ऐसे में नगर निगम का सालाना बजट 19 लाख के मुनाफे का है.

Mc shimla budget 2024
नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने अपना 247.24 करोड़ का बजट पेश किया.

शराब पर सेस बढ़ाया: बजट में कई घोषणाएं की गई हैं. जिसमें शहर में पार्किंग, सड़कों को चौड़ा करने, कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की बात कही गई है. बजट में शराब पर प्रति बोतल सेस 2 रुपये बढ़ाकर 10 रुपये करने की घोषणा की गई. इसके साथ ही बाहरी राज्यों से राजधानी में आने वाले वाहनों से ग्रीन फीस ली जाएगी. इससे निगम को हर साल 10 करोड़ की आय होगी. शिमला में आवारा कुत्तों की गणना करवाई जाएगी. आवारा कुत्तों की नसबंदी और पंजीकरण किया जाएगा. भाजपा पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया और बिना पार्षदों के सुझाव लेकर तैयार किया बजट बताया है. बजट में बुजुर्गों के घर से निशुल्क जांच सैंपल सुविधा शुरू की जाएगी.

बुजुर्गों को अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा: नगर निगम शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि यह बजट कर मुक्त बजट है. विपक्ष के पार्षदों को कुछ कहना है इसके लिए इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि वेस्ट मेट्रियल के लिए भरयाल में प्लांट लगाया जाएगा. शहर के बुजुर्गों के ब्लड सैंपल टेस्ट के लिए घरों से निशुल्क लिए जाएंगे. इससे बुजुर्गों को टेस्ट के लिए अस्पताल नहीं दौड़ना पड़ेगा. महापौर ने कहा कि शहर में लावारिस कुत्तों की गणना करने और सभी नसबंदी की जाएगी, ताकि कुत्तों की बढ़ती समस्या से छुटकारा पाया जा सके.

भाजपा के पार्षदों ने बजट तो निराशाजनक बताया: वहीं, भाजपा के पार्षदों ने इस बजट को निराशाजनक बताया है. भाजपा पार्षद सरोज ठाकुर ने कहा कि बजट में कुछ नया नहीं हैं. स्मार्ट सिटी के कामों का ही जिक्र किया गया है. उन्होंने कहा कि बजट से पहले सभी पार्षदों से सुझाव लेकर वार्डों की प्राथमिकताएं पूछी जाती थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. वन्ही भाजपा पार्षद बिट्टू पान्ना ने कहा कि नगर निगम ने आपदा से कोई सबक नहीं सीखा है. आपदा से निपटने का बजट में कोई प्रावधान नहीं है यह बजट पूरी तरह निराशाजनक हैं.

पार्षद करवा सकते है 15 लाख के कार्य: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट में पहली बार पार्षद प्राथमिकता का प्रावधान किया गया है. पार्षद प्राथमिकता के तहत पार्षद अब अपने अपने वार्ड में 15 लाख रुपए तक के कार्य करवा सकेंगे. पार्षद प्राथमिकता के लिए पार्षद निधि के अलावा अलग से प्रावधान किया जाएगा. इस राशि से पार्षद अपने वार्ड में प्राथमिकता के आधार पर होने वाले विकास कार्य को करवा सकेंगे. मेयर सुरेंद चौहान की ओर से पेश किए गए बजट में यह प्रावधान किया गया है. इसके अलावा शहर के वरिष्ठ नागरिकों का बजट में विशेष ख्याल रखा गया है. शहर वरिष्ठ नागरिकों के मेडिकल टेस्ट के लिए नगर निगम घर से ही सैंपल एकत्र करेगा. इससे वरिष्ठ नागरिकों को सैंपल देने के लिए लैब तक नहीं जाना पड़ेगा.

माल रोड का होगा सौंदर्यीकरण: वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में शिमला के मालरोड को सुंदर बनाने का जिक्र भी किया गया है. इसके तहत मालरोड की सभी दुकानों में एक जैसे साइन बोर्ड लगाए जाएंगे. इसके अलावा मालरोड की सुंदरता में दाग लगा रहे विज्ञापन होर्डिंग्स की जगह एलईडी स्क्रीन लगाई जाएगी. इन सक्रीन पर अलग अलग कंपिनयों के विज्ञापन प्रदर्शित किए जाएंगे. इससे जहां नगर निगम शिमला का आय होगी, तो वहीं शहर भी सुंदर बना रहेगा.

हर घर में लगेगा क्यूआर कोड: नगर निगम शिमला द्वारा डोर टू डोर गारबेज कलेक्शन मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जा रहा है. इस सिस्टम से प्रत्येक घर पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा. इससे गारबेज कलेक्टर की उस घर के प्रति नगर निगम शिमला में उपस्थिति लग जाएगी. इसके कार्यान्वयन होने से कचरा संग्रहण और उसकी मात्र की और वास्तविक समय में घर-घर पर कचरा संग्रहण की निगरानी हो पाएगी.

ये भी पढ़ें- कैबिनेट मीटिंग में बजट भाषण को मंजूरी, 17 फरवरी को सीएम सुखविंदर सिंह पेश करेंगे बजट

Last Updated : Feb 15, 2024, 9:38 PM IST
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