जोधपुर. एमबीएम विश्वविद्यालय की पीड़ित छात्राओं ने आरोपी निलंबित प्रोफेसर के खिलाफ अब मोर्चा खोल दिया है. बुधवार को सेक्सुअल हैरेसमेंट मामले के विरोध में एबीवीपी की ओर से यूनिवर्सिटी परिसर में प्रदर्शन किया गया, जिसमें पीड़ित छात्राएं भी शामिल हुईं. इस दौरान पीड़ित छात्राओं ने विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पुलकित गुप्ता के कारनामे बयां किए. एक छात्रा ने बताया कि आरोपी प्रोफेसर उसे गलत तरीके से छुआ करते थे. हालांकि, जब वो ऑब्जेक्शन करती तो प्रोफेसर इसे फादरली टच बताते हुए डोंट वरी कह दिया करते थे. वहीं, उसने कहा कि हमने सब कुछ लिखकर दे दिया, बावजूद इसके आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कोई पुख्ता कार्रवाई नहीं की जा रही है.
कुलपति ने कही ये बात : इधर, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय कुमार शर्मा का कहना है कि आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही इस प्रकरण में सामने आए वीडियो और चैट को भी पुलिस को सौंप दिया गया है. ऐसे में अब पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच की जा रही है, लेकिन शुरुआती जांच में 38 छात्राओं के बयान के आधार पर प्रोफेसर पुलकित गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है. कुलपति ने बताया कि छात्र-छात्राओं का आरोप है कि प्रोफेसर ने उन्हें फेल करनी की धमकी दी थी. ऐसे में हमने सेमेस्टर के रिजल्ट के विश्लेषण का निर्णय लिया है, ताकि किसी भी स्टूडेंट के साथ गलत न हो. उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी इस तरह की कोई शिकायत नहीं आई थी. पहली बार शिकायत मिलने पर कार्रवाई की गई है.
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वहीं, इस प्रकरण का खुलासा करने वाली छात्रा ने कहा कि उसके साथ गत वर्ष जून में प्रोफेसर ने गलत हरकत की थी. जब उसने ऑब्जेक्शन किया तो प्रोफेसर ने उसे क्लास रूम में जलील करने का प्रयास किया था. आगे उसने कहा कि बिना किसी की अनुमति के कोई भी शख्स उसे टच नहीं कर सकता है, लेकिन आरोपी प्रोफेसर उसे बिना किसी बात और काम के टच किया करते थे. पीड़िता ने कहा कि पूरी बात बता देने के बाद भी आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन हम चाहते हैं कि आरोपी प्रोफेसर को यूनिवर्सिटी से बाहर कर दिया जाए. ऐसा इसलिए क्योंकि ऐसे लोग आगे भी इसी तरह की हरकत कर सकते हैं.
गौरतलब है कि यूनिवर्सिटी में छात्राओं के साथ सेक्सुअल हैरेसमेंट का मामला सामने आने के बाद अब तक 38 छात्राएं शिकायत कर चुकी हैं. वहीं, यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने मामले की प्रारंभिक जांच के बाद आरोपी प्रोफेसर पुलकित गुप्ता को निलंबित कर दिया है. फिलहाल मामले की विस्तृत जांच की जा रही है, लेकिन यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट प्रोफेसर के टर्मिनेशन पर अड़े हैं और अब उनके समर्थन में कई छात्र संगठन भी उतर आए हैं.