नई दिल्ली: द्वारका के आईपी यूनिवर्सिटी में रविवार शाम एमबीए के छात्र ने हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूद कर सुसाइड कर लिया. जानकारी के अनुसार मृतक छात्र को हॉस्टल से निकाल दिया गया था, जिसकी वजह से वह तनाव में था और उसने यह कदम उठाया.
रविवार देर शाम आईपी यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक छात्र ने हॉस्टल की सातवीं मंजिल से कूद कर जान दे दी. इस घटना के बाद छात्र प्रोटेस्ट करने लगे. पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, मृतक छात्र की पहचान गौतम के रूप में हुई जो बिहार के हाजीपुर का रहने वाला था और यह भी बात सामने आई है की कुछ समय पहले ही गौतम को विश्वविद्यालय प्रशासन ने उसके बर्ताव के कारण हॉस्टल से निकाल दिया था. इसके बाद से वह परेशान था और जब वह पूरी तरह से घबरा गया इसके बाद उसने यह खौफनाक कदम उठाया.
द्वारका थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शाम 6:30 बजे जानकारी मिली कि आईपी यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्र ने आत्महत्या कर ली है. पुलिसकर्मी जब मौके पर पहुंचे तो पता चला कि छात्र का नाम गौतम है जो MBA फर्स्ट ईयर का छात्र था, उसके डेड बॉडी को अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया है उसके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
पुलिस सूत्रों से ही यह जानकारी मिली है कि कुछ दिन पहले ही उसे शराब का सेवन करते हुए पकड़ा गया था. इसके बाद शनिवार को उसके परिजनों को भी इस बात की जानकारी दी गई और रविवार को उसे हॉस्टल खाली करने के लिए कह दिया गया इस बात से वह काफी परेशान था और आशंका यही जताई जा रही है इसी वजह से उसने सुसाइड कर लिया.
सुसाइड के बाद अन्य छात्रों ने किया प्रदर्शन
फिलहाल मृतक छात्र के परिजनों को भी जानकारी दे दी गई है और उनके आने का इंतजार किया जा रहा है जिसके बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के बाद हॉस्टल के रहने छात्रों ने प्रोटेस्ट करना शुरू कर दिया लेकिन उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उन्हें समझाया गया जिसके बाद शांत हो गए.
#WATCH | Delhi: Students of Guru Gobind Singh Indraprastha University held a protest last night against the university administration after a 25-year-old MBA student allegedly died by suicide after jumping from the seventh floor of a hostel building yesterday pic.twitter.com/95mzY83Ycn
— ANI (@ANI) September 16, 2024
18 दिन में तीन सुसाइड
बीते 18 दिन में अब तक तीन सुसाइड केस सामने आ चुके हैं जिनमें दो केस डॉक्टरों की सुसाइड से जुड़े हुए हैं.
15 सिंतबर को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ने की थी आत्महत्या
रविवार को दिल्ली के मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में एमडी सेकंड ईयर के छात्र का शव उसके कमरे से मिला. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है.
28 अगस्त को भी एमएएमसी के छात्र ने किया था सुसाइड: इससे पहले 28 अगस्त को भी एमएएमसी के ही एक अन्य फर्स्ट ईयर के छात्र ने भी आत्महत्या कर ली थी. पुलिस की जांच में सामने आया था कि मृतक की पहचान 30 साल के अमित कुमार के रूप में हुई थी. वह हरियाणा के बहादुरगढ़ का रहने वाला था. परिजनों से पूछताछ में यह भी पता चला था कि छात्र मानसिक विकार से ग्रसित था और उसका इलाज चल रहा था.
19 अगस्त को एम्स के डॉक्टर ने किया था सुसाइड: इससे पहले 19 अगस्त को एम्स के डॉक्टर द्वारा खुदकुशी करने का मामला सामने आया था. डॉक्टर ने ड्रग्स का ओवरडोज लेकर के सुसाइड किया था. प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक डॉक्टर एक न्यूरो सर्जन था. उसका नाम राज भोनिया था और 6 महीने पहले ही उसने दिल्ली एम्स से अपनी एमसीएच की पढ़ाई पूरी की थी. वह एम्स में सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर था. 34 वर्षीय में मृतक डॉक्टर का अपनी पत्नी से विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से वह डिप्रेशन में रहता था.
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