जयपुर. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने मंगलवार को 76वें वर्ष में कदम रखते हुए राष्ट्र वंदन कर विद्यार्थी दिवस मनाया. जयपुर के अल्बर्ट हॉल पर सामूहिक वंदे मातरम गायन का आयोजन किया गया. इस दौरान विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों को भी जोड़ा गया. साथ ही कार्यक्रम के दौरान अखंड भारत की रंगोली बनाते हुए इसे साकार करने का संकल्प भी लिया गया.
विद्यार्थी दिवस के मौके पर जयपुर का रामनिवास बाग वंदे मातरम गान से गुंजायमान हो उठा. छात्र शक्ति का ये उत्सव जयपुर महानगर की शाखा की ओर से मनाया गया. जिसमें कैंपस में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्रों को जोड़ा गया. इस मन में एबीवीपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अश्विनी शर्मा ने बताया कि वंदे मातरम का ये गान साहस प्रदर्शन के लिए आयोजित किया गया. जिसमें छात्रों के अलावा जयपुर में विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले लोग भी जुड़े. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का स्थापना दिवस विश्व भर में मनाया जा रहा है. परिषद को 76वां वर्ष लगा है. ऐसे में देशभर के कैंपस और नगरों में छात्र शक्ति अपने स्थापना दिवस को विद्यार्थी दिवस के रूप में मना रही है.
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उन्होंने बताया कि भारत की आजादी के तुरंत बाद और संविधान लागू होने से पहले देश के शिक्षाविदों ने देश की छात्र शक्ति और युवाओं को दिशा देने के लिए एक ऐसे छात्र संगठन की स्थापना की, जिसने 76 वर्षों में केवल शिक्षा क्षेत्र में ही नहीं बल्कि समाज में भी परिवर्तनों के लिए काम किया है. बांग्लादेशी घुसपैठ का विषय हो या फिर कश्मीर 370 का. राम जन्मभूमि का विषय हो या शिक्षा नीति का विषय विद्यार्थी परिषद ने अपनी भूमिका कैंपस में पढ़ने वाले छात्रों को आगे रखकर सुनिश्चित की है. आज परिषद से निकल करके छात्र न सिर्फ राजनीतिक तौर पर भारत का नेतृत्व कर रहे हैं बल्कि परिषद से ज्यूडिशरी, प्राइवेट सेक्टर और देश के हर एक क्षेत्र में विद्यार्थी परिषद में काम करके गया युवा भारत माता की जय और वंदे मातरम का गान कर रहा है.