राजनांदगांव: मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से राजनांदगांव में 15 जोड़ों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया. शहर के सतनाम भवन में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें पूरे रीति रिवाज के साथ 15 जोड़े दांपत्य जीवन में बंधे. इस दौरान महापौर हेमा देशमुख सहित शहर के विभिन्न जनप्रतिनिधि शामिल हुए.
3 जोड़ों का बौद्ध रीति रिवाज से हुआ विवाह: दरअसल, राजनांदगांव शहर के जिला सतनाम भवन में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया, जिसमें पहले से पंजीकृत 15 जोड़ों का पूरे रीति-रिवाज के साथ विवाह संपन्न कराया गया. इस सामूहिक विवाह में 12 जोड़ों का विवाह हिंदू रीति रिवाज से और तीन बौद्ध जोड़ों का विवाह बौद्ध रीति रिवाज से संपन्न कराया गया. इस दौरान महापौर हेमा देशमुख ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद दिया.
सामूहिक विवाह योजना अंतर्गत पहले 25 हजार रुपये की राशि दी जाती थी, जिसे तत्कालीन बघेल सरकार ने बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया था. इसका लाभ आज नव विवाहित जोड़ों को मिल रहा है. सरकार जब विवाह का भार संभाल लेती है, तो परिवार का खर्च कम हो जाता है. -हेमा देशमुख, महापौर, नगर निगम राजनांदगांव
कन्याओं को दिया गया 21 हजार रुपये का चेक: महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित इस सामूहिक विवाह में कन्या को 21 हजार रुपये का चेक वितरित किया गया. वहीं, गृहस्थ जीवन के सामान भी दिए गए. इस सामूहिक विवाह के आयोजन को लेकर महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी रीना ठाकुर ने बताया कि, "शासन की योजना से 50 हजार की राशि प्रति जोडे़ विवाह के आयोजन के लिए दिए जाते हैं, जिसमें समान और अन्य व्यवस्था में 29 हजार खर्च किए जाते हैं. साथ ही 21 हजार रुपये का चेक कन्या को दिया जाता है."
बता दें कि सामूहिक विवाह के आयोजन के दौरान बारात भी निकाली गई. विवाह की रस्में पूरी करते हुए नव विवाहित जोड़ों को शासन की ओर से घरेलू सामान भी भेंट किया गया. इस दौरान शहर के कई जनप्रतिनिधि यहां शामिल हुए.