बिलासपुर: संत गुरु घासीदास कला एवं विज्ञान महाविद्यालय पचपेड़ी में बुधवार को सामूहिक नकल कराया गया था. मामला सामने आने के बाद अटल विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग ने इस परीक्षा केंद्र की जगह पातालेश्वर महाविद्यालय मस्तूरी को परीक्षा केंद्र निर्धारित कर दिया है. अटल यूनिवर्सिटी को जानकारी मिली है कि परीक्षा में सामूहिक नकल कराया जा रहा है, जिसे देखते हुए अटल यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर तरुण धर दीवान ने उड़न दस्ता दल भेजा. इस दौरान शिकायत सही पाई गई.
शिकायत के अनुसार परीक्षा केंद्र में छात्र गूगल से आंसर निकालकर लिख रहे थे, जिसे लेकर अटल यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक ने संत गुरु घासीदास कला एवं विज्ञान महाविद्यालय से परीक्षा केंद्र हटाकर दूसरे कॉलेज में परीक्षा केंद्र बना दिया है. अब छात्र आगे की परीक्षा इसी कॉलेज से देंगे. मामले में सामूहिक नकल करते छात्रों को पकड़ा गया है.
पहले ही किया था सूचित: मामले में अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉ. तरुणधर दीवान ने बताया कि, "सभी केंद्रों को पहले से सूचित किया गया था कि जिस भी केंद्र में नकल की शिकायत मिलेगी तो उसे बदल दिया जाएगा. बुधवार को संत गुरु घसीदास कॉलेज पचपेड़ी में नकल करने की सूचना उड़न दस्ता दल द्वारा दी गई थी. इसे गंभीरता से लेते हुए कॉलेज का केंद्र परिवर्तित कर दिया गया है. साथ ही इस कॉलेज की जांच के लिए तीन सदस्य कमेटी भी गठित कर दी गई है. अब संत गुरु घासीदास कला एवं विज्ञान महाविद्यालय के छात्र करीब के ही शासकीय पातालेश्वर कॉलेज मस्तूरी में आगे की परीक्षा देंगे."
कॉलेज की ओर से दी गई सफाई: इस मामले में संत गुरु घसीदास कॉलेज के प्राचार्य आरके जायसी ने सफाई दी है कि कॉलेज में किसी तरह का नकल नहीं किया है. सिर्फ एक छात्रा मोबाइल रखे हुए था. लेकिन वह मोबाइल भी बंद था. इसे नकल प्रकरण बना दिया गया है जबकि सामूहिक नकल जैसी कोई बात ही नहीं थी.
यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ में कॉलेज की परीक्षा में पूरे क्लास में सामूहिक नकल कराया जा रहा था. परीक्षार्थी मोबाइल के माध्यम से गूगल से आंसर निकाल रहे थे और आंसर लिख रहे थे. इस मामले की जानकारी किसी ने अटल बिहारी वाजपेई विश्वविद्यालय को दी. तब विश्वविद्यालय प्रशासन ने परीक्षा नियंत्रक के माध्यम से उड़न दस्ता दल यहां भेजा. उड़नदस्ता दल ने शिकायत सही पाई और देखा कि यहां सामूहिक नकल कराया जा रहा था. मामले को गंभीरता से लेते हुए अटल बिहारी यूनिवर्सिटी के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर तरुणधर दीवान ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं. निर्देश के बाद यहां से परीक्षा केंद्र हटाकर दूसरे कॉलेज में परीक्षा केंद्र बना दिया गया है. वहीं, ये पूरा मामला फिलहाल क्षेत्र में चर्चा में हैं.