नई दिल्ली: दिल्ली में पानी की किल्लत के बीच राजनीति भी चरम पर पहुंच गई है. दिल्ली सरकार और बीजेपी के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. बीजेपी इस संकट को लेकर दिल्ली सरकार के खिलाफ उग्र होती नजर आ रही है. उत्तर पूर्वी लोकसभा सीट से सांसद मनोज तिवारी ने मुखर्जी नगर जल बोर्ड दफ्तर के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही केजरीवाल सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने शनिवार को कहा था कि हरियाणा से अपर्याप्त जल प्रवाह के कारण दिल्ली में शोधित जल का उत्पादन घटकर 932 एमजीडी रह गया है. इस पर पलटवार करते हुए मनोज तिवारी ने लिखा है कि, "जितना पानी हर साल छोड़ा जाता था, इस साल उससे ज्यादा पानी हरियाणा की तरफ से दिल्ली को दिया गया है, बावजूद इसके दिल्ली सरकार लोगों को पानी नहीं उपलब्ध करा पा रही है. क्योंकि दिल्ली में टैंकर माफियाओं का बोलबाला है. टैंकर माफिया के साथ सांठ-गांठ कर दिल्ली सरकार लोगों की समस्या की तरफ ध्यान न देते हुए दिल्ली वासियों को परेशान करने में लगी है."
मनोज तिवारी ने ये भी कहा कि, "दिल्लीवासी अब समस्याओं को झेलते झेलते परेशान हो चुके हैं और उन्होंने मन बना लिया कि अब आम आदमी पार्टी को दिल्ली की सत्ता से दूर कर देगी. इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले वक्त में जब भाजपा दिल्ली के विधानसभा चुनाव जीतेगी तो सबसे पहले पानी की समस्या का ही समाधान किया जाएगा."
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वहीं, वेस्ट जिले के तिलक नगर विधानसभा के विधायक जरनैल सिंह के दफ्तर के बाहर भाजपा नेताओं ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजीव बब्बर भी मौजूद थे. उन्होंने कहा की, "आम आदमी पार्टी के विधायक से सवाल पूछने पर डरकर भाग गए और पुलिस बुला लिया. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के तमाम मंत्री और नेता हरियाणा पर पानी नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं जबकि हरियाणा से पर्याप्त मात्रा में पानी लगातार आ रहा है लेकिन पिछले 10 सालों में पानी के बंटवारे को लेकर कोई नीति नहीं बन पाई है और दिल्ली जल बोर्ड की लापरवाही से पाइपलाइन से लीकेज की वजह से हजारों लीटर पानी बर्बाद हो रहा है.
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