नई दिल्ली: देश में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) लागू होने के बाद इस पर राजनीति भी तेज हो गई है. दिसंबर 2019 में ही संसद से पास हो चुके कानून को भारतीय जनता पार्टी की अगुआई वाली केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लागू कर दिया है. जिसके तहत पड़ोसी देश पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से भारत आए गैर-मुस्लिमों को नागरिकता देने वाले इस कानून को लेकर राजनीति जमकर हो रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका विरोध किया वहीं भाजपा ने इसे लेकर केजरीवाल को हिंदू और सिख विरोधी करार दिया है.
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट X (Twitter) पर CM केजरीवाल को घेरते हुए एक पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने केजरीवाल को घेरते हुए लिखा है कि, "पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आए सिख और हिंदू शरणार्थियों के खिलाफ जहर उगलने वाले केजरीवाल जी का असली रूप जगजाहिर हो गया है! केजरीवाल जी हिंदू और सिख समुदाय के लिये मन में कितना बैर और द्वेष रखते हैं; वो रोहिंग्या शरणार्थियों को तो देश में बसाने की बात करते हैं पर हिंदू सिख शरणार्थियों को देश से निकालने की."
बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और केंद्र सरकार पर सीएए को लेकर तीखा वार किया था. उन्होंने कहा कि अपना वोट बैंक बढ़ाने लिए भाजपा पड़ोसी देश के अल्पसंख्यकों को भारत ला रही है. उन्होंने सीएए को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि केंद्र सरकार अपने देश के लोगों को तो रोजगार और घर नहीं दे पा रही है पाकिस्तान से लोगों को लेकर उन्हें नौकरी और आवास देने जा रही है. केजरीवाल ने कहा था कि आने वाले चुनावों में फायदा उठाने के लिए भाजपा 2024 की समय सीमा को बढ़ा देगी और एक बार दरवाजा खुल गया तो गरीबों की भारी भीड़ तीनों देशों से भारत आ जाएगी.
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