मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : जिले के सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम बिहारपुर में 21-22 जुलाई की दरमियानी रात सड़क किनारे युवक की धारदार हथियार से वार कर हत्या की गई थी.इस केस में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जब आरोपियों से हत्या का कारण पूछा तो पैरों तले जमीन खिसक गई.आईए जानते हैं आखिर क्यों युवक को सुलाया गया मौत की नींद.
22 जुलाई को मिला था शव : एएसपी अशोक वाडेगांवकर ने बताया कि 22 जुलाई 2024 को जलपोसपारा बिहारपुर थाना सिटी कोतवाली मनेन्द्रगढ़ का विजय सिंह ने सूचना दी की बिहारपुर मेन रोड के किनारे सरई जंगल के पास किसी अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है. रिपोर्ट पर पुलिस तत्काल ग्राम बिहारपुर पहुंची.जहां एक व्यक्ति का शव पड़ा था.जिसके गर्दन, सिर और गाल पर किसी धारदार हथियार से वार किया गया था. शव की शिनाख्त नहीं होने पर सोशल मीडिया में शव के बारे में जानकारी फैलाई गई.इसके बाद पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध किया.
25 जुलाई को हुई शव की पहचान : 25 जुलाई 2024 को उमा गुप्ता निवासी अंबिकापुर ने अपने भाई और देवर के साथ आकर शव की पहचान की.शव वीरेन्द्र कुमार गुप्ता निवासी चरगढ़ थाना राजपुर जिला बलरामपुर का था.अज्ञात शव की पहचान होने पर वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. एमसीबी एसपी चन्द्रमोहन सिंह के निर्देश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक वाडेगांवकर के मार्गदर्शन और पुलिस अनुविभागीय अधिकारी ए. टोप्पो के नेतृत्व में विशेष टीम गठित कर मामले को जांच में लिया गया. जांच के दौरान हत्या करने वाले का कनेक्शन अम्बिकापुर से होना पाया गया. जिसके बाद पुलिस की टीम अंबिकापुर रवाना हुई.जहां से संदेही विश्वनाथ चौधरी निवासी घुटरापारा मायापुर अम्बिकापुर को गिरफ्तार किया गया.
क्यों की गई हत्या ?: विश्वनाथ चौधरी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वो मृतक वीरेन्द्र गुप्ता से पूर्व परिचित था.इसलिए उसके घर पर आना जाना लगा रहता था.वीरेंद्र गुप्ता को किसी मामले में जेल हुई थी.साल 2022 तक वो जेल में बंद था.इसी दौरान उसने उसकी पत्नी उमा गुप्ता से बिना किसी को बताए शादी कर ली थी.इसके बाद उमा ने विश्वनाथ से कहा कि वो वीरेंद्र से छुटकारा पाना चाहती है.इसलिए दोनों ने मिलकर वीरेंद्र को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.
शराब पिलाकर सुलाया मौत की नींद :21 जुलाई 2024 को वीरेंद्र गुप्ता को किसी काम से जनकपुर जाना था. इसलिए उसने विश्वनाथ को कार लेकर चलने को कहा.विश्वनाथ राजी हो गया.उमा ने विश्वनाथ को कहा कि मौका अच्छा है.इसलिए उसने घर से फरसा निकालकर विश्वनाथ की गाड़ी में रख दिया. जनकपुर से वापसी के दौरान विश्वनाथ ने वीरेंद्र गुप्ता को खूब शराब पिलाई.रात करीब 3 बजे वीरेंद्र गुप्ता ने लघुशंका करने के लिए गाड़ी रुकवाई. इसी समय पीछे से विश्वनाथ ने फरसे से वीरेंद्र पर वार कर दिया.जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.इस मामले में पुलिस ने आरोपी विश्वनाथ और वीरेंद्र गुप्ता की पत्नी उमा गुप्ता को गिरफ्तार किया है.