उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में आदमखोर पैंथर की एनकाउंटर की तैयारी है. वन विभाग ने पैंथर को शूट करने के आदेश भी जारी कर दिया है. यह पहली दफा नहीं है जब पैंथर के नरभक्षी होने के कारण उसे शूट करने के आदेश दिए गए हों. इससे पहले भी मेवाड़-वागड़ अंचल में पैंथर के नरभक्षी होने के कारण एनकाउंटर किया जा चुका है. पूर्व मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) राहुल भटनागर बताते हैं कि इससे पहले भी दो दफा पैंथर को शूट किया गया था, जिन्होंने लोगों का जानी मुश्किल कर दिया था. देखिए ये रिपोर्ट...
7 लोगों को मौत के घाट उतार चुका पैंथर, अब शूट करने के आदेश : बता दें कि राजस्थान के उदयपुर का गोगुंदा इलाका इन दिनों एक नरभक्षी पैंथर के कारण पूरे देश में सुर्खियों में है, क्योंकि यहां आदमखोर पैंथर ने मानव का रहना दुश्वार कर दिया है. अब तक पैंथर यहां 7 लोगों को अपना शिकार बन चुका है. इसके बाद वन विभाग द्वारा इसे शूट करने के आदेश दिए जा चुके हैं. इस पैंथर को पकड़ने के लिए गोगुंदा के इलाकों में आर्मी, वन विभाग और पुलिस द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है.
अलग-अलग ग्रुप में कुल 150 से ज्यादा कर्मचारी पैंथर को घने जंगलों में सर्च कर रहे हैं. ड्रोन की मदद के साथ हाथों में लाठी-तलवार लिए ग्रामीण प्रशासन के साथ पैंथर को शूट करवाने के लिए डटे हैं. मंगलवार देर रात को भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा. शूट करने के लिए कई जिलों से शूटर बुलाए गए हैं. इसके साथ ही अलग-अलग जिलों से भी टीमें बुलाई गईं हैं.
पैंथर ने वृद्ध पर किया हमला : घर से से कुछ दूर खेतों पर घास काट रही मोहन लाल लाल गमेती पर पैंथर ने आज हमला कर दिया. मोहनलाल के चिल्लाने पर पैंथर मौके से भाग गया. आसपास खेतों पर काम कर रहे हैं लोगों के सूचना पर पूर्व मोडी सरपंच प्रहलाद सिंह झाला मौके पर पहुंचे. गोगुंदा थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत भी घटनास्थल पर पहुंचक स्थिति का जायजा लिया. अचानक हुए पैंथर के हमले से ग्रामीण पूरी तरह से दहशत में हैं.
अब आदमखोर पैंथर की खैर नहीं : शूटआउट के आदेश के बाद वन विभाग ने सबसे बड़ा फैसला लिया है. थाग्रेट हंटर को आदमखोर पैंथर के खात्मे की जिम्मेदारी मिली है. इस फैसले को आखिरी हथियार माना जा रहा है. हैदराबाद के जाने-माने शूटर नवाब शाफत अली खान गोगुंदा पहुंचे हैं. CCF सुनील छिद्री व DFO अजय चित्तौड़ा से घटना की पूरी जानकारी ली है. शूटर ने आते ही आदमखोर पैंथर को पकड़ने का प्लान तैयार कर लिया है.
प्रतापगढ़ में आदमखोर पैंथर का किया गया था एनकाउंटर : पूर्व मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव राहुल भटनागर ने बताया कि 17 साल बाद राजस्थान में फिर से पैंथर को गोली मारने के आदेश जारी हुए हैं. इससे पहले वर्ष 2007-2008 में प्रतापगढ़ में पैंथर द्वारा 13 लोगों का शिकार करने के बाद ऐसे आदेश जारी हुए थे. उन्होंने बताया कि इसी तरह उदयपुर में 1998 में केवड़े की नाल में एक आदमखोर पैंथर को शूट करने के आदेश दिए गए थे, जिसे बाद में शूट किया गया था.
जानिए कब-कब उदयपुर में पैंथर ने लोगों को उतारा मौत के घाट : साल 2024 में 19 सितंबर काे गोगुंदा के पास उंडीथल गांव में 16 साल की कमला गमेती पर हमला हुआ. इसके बाद 19 सितंबर काे इस घटनास्थल से महज 500 मीटर दूर भेवड़िया गांव में 45 वर्षीय खुमाराम गमेती को पैथर ने शिकार बनाया. इसके अगले दिन 20 सितंबर काे छाली के ही उमरिया गांव में 50 साल की हमेरी गमेती का शिकार किया. यह जगह पहले वाले हमलों से करीब 2 किलोमीटर दूर है.
28 सितंबर को गोगुंदा की ही बगडूंदा ग्राम पंचायत के गुर्जरों का गुड़ा में 55 साल की गटू बाई गुर्जर को लेपर्ड ने शिकार बनाया. 30 सितंबर को गोगुंदा की विजय बावड़ी पंचायत के राठौड़ों का गुड़ा में तेंदुए ने मंदिर के पुजारी 65 वर्षीय विष्णु पुरी पर हमला किया. यह जगह गोगुंदा से 4 किमी दूर है. इधर, तेंदुए की तलाश जारी थी कि अगले ही दिन 1 अक्टूबर 2024 को विजयबावड़ी ग्राम पंचायत के केलवों का खेड़ा में 50 वर्षीय कमला कुंवर पत्नी ओम सिंह राजपूत को शिकार बना डाला. यह गांव राठौड़ों का गुड़ा से करीब 2 किलोमीटर दूर है.