- मंडला दोपहर 1 बजे तक 37.42 फीसदी हुआ मतदान
- मण्डला के ग्राम टिकरवारा में मध्य प्रदेश की पीएच ई मंत्री सम्पतिया उइके ने अपने परिवार के साथ वोट डाला. वहीं उन्होंने जनता से भी वोट की अपील की है.
- बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते ने भी पत्नी संग गृह नजर जेवरा में मतदान किया.
मंडला में सुबह 11 बजे तक 26.08 प्रतिशत मतदान हुआ.
मंडला में मतदान के प्रति मतदाताओं में अलग ही क्रेज देखने मिल रहा है. मंडला संसदीय क्षेत्र के गोटेगांव में दुल्हन को लेकर दूल्हा मतदान केंद्र पहुंचा. जहां दुल्हन ने अपने मत का प्रयोगा किया. गोटेगांव खेड़ा में पूजा मेहरा ने विदाई के बाद मतदान केंद्र जाकर मतदान किया. दूल्हा योगेश ने बताया पूजा की इच्छा के चलते उन्होंने उसका सपना पूरा किया. ससुराल जाकर अब योगेश मतदान करेंगे.
मंडला लोकसभा सीट पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो चुका है. मतदाताओं में मतदान के प्रति रूझान देखने मिल रहा है. अभी तक मंडला में 16.39 प्रतिशत मतदान हुआ.
मंडला। मध्य प्रदेश में पहले चरण में आज छह सीटों पर वोटिंग शुरू हो गई है, जिसमें एक मंडला लोकसभा सीट भी है. इस सीट पर बीजेपी से प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार मरकाम के बीच सीधी टक्कर देखने मिलेगी. हालांकि इस बार का मुकाबला इसलिए अहम होगा, क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते के लिए यहां जीत की राह आसान नहीं नजर आ रही है. वजह है एमपी विधानसभा चुनाव में मोदी लहर के बाद भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा.
फग्गन सिंह कुलस्ते और ओमकार मरकाम में सीधी टक्कर
मंडला लोकसभा सीट पर सभी की नजरें हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो फग्गन सिंह की जीत में मोदी फैक्टर काम कर सकता है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि विधानसभा चुनाव में इसी फैक्टर ने काम नहीं किया था. विधानसभा चुनाव में हार के बाद भी बीजेपी ने फग्गन सिंह कुलस्ते पर दोबार भरोसा जताया और उन्हें मंडला से टिकट दी. इसकी वजह है कि मंडला आदिवासी इलाका है और फग्गन सिंह कुलस्ते आदिवासी समुदाय से आते हैं. बता दें फग्गन सिंह कुलस्ते आठवीं बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. इस लोकसभा क्षेत्र से वे छह बार जीत हासिल कर चुके हैं.
साल 2014 में कुलस्ते के हाथों हार झेल चुके हैं ओमकार मरकारम
फग्गन सिंह कुलस्ते को साल 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी बसोरी सिंह मसराम के हाथों हार मिली थी. इसके बाद 2023 विधानसभा चुनाव में भी फग्गन सिंह कुलस्ते को पराजय स्वीकार करनी पड़ी थी. कांग्रेस के चैन सिंह बरकड़े ने 9723 वोटों से कुलस्ते को शिकस्त दी थी. वहीं कांग्रेस ने ओमकार सिंह मरकाम पर अपना भरोसा जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि साल 2014 में ओमकार मरकाम को कुलस्ते के हाथों हार झेलनी पड़ी थी.
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चुनाव प्रचार में जब कांग्रेस की हुई किरकिरी
मंडला सीट पर अगर चुनाव प्रचार की बात करें तो यहां कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों ने एड़ी चोटी का जोर लगाया है. सीएम मोहन यादव से लेकर प्रदेश स्तर के नेताओंं ने कई सभाएं की. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी यहां चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कुलस्ते के पक्ष में वोट मांगा है. जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से लेकर सांसद राहुल गांधी ने ओमकार मरकाम के पक्ष में सभा की थी. इस दौरान कांग्रेस को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ा था. राहुल गांधी की सभा में पोस्टर में कांग्रेस प्रत्याशी की फोटो की जगह पर बीजेपी प्रत्याशी फग्गन सिंह कुलस्ते की फोटो लगा दी थी. जिसे बाद में छिपाया गया. वहीं यह घटना सोशल मीडिया से लेकर नेशनल टेलीविजन पर छाई रही थी.