मंडला: जिले भर में डायरिया का प्रकोप देखा जा रहा है. माधोपुर में डायरिया से 3 लोगों की मौत हो गई है. वहीं, कई ग्रामीणों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि सबसे पहले पीएचई मंत्री संपतिया उइके के गृह ग्राम ठरका गांव से डायरिया फैलना शुरू हुआ था. इसके बाद अब यह पूरे जिले को अपनी चपेट में लिया है.
80 लोग डायरिया से ग्रसित
मंडला जिले का बिछिया विकासखंड का माधोपुर ग्राम डायरिया की चपेट में आ गया है. यहां गुरुवार से लेकर अब तक 75 से 80 मरीज डायरिया से ग्रसित हो गए हैं. वहीं, 3 लोगों की डायरिया के चपेट में आने से मौत हो गई है. डायरिया से ग्रसित मरीजों का स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार किया जा रहा है और 10 से अधिक गंभीर मरीजों को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया है.
पानी की जांच का मिला आदेश
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में लोग हैंडपंप योजना के तहत मिल रहे पानी को पी रहे हैं. बारिश के सीजन में जल स्रोतों में दवाई का छिड़काव नहीं किया गया है, वहीं, हैंडपंप के पास भी गंदगी फैली हुई है. फिलहाल मंडला जिला पंचायत सीईओ ने मौके पर पहुंचकर पीएचई विभाग को दवा छिड़काव करने और पानी की जांच के आदेश दिए हैं.
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'स्वास्थ्य सुविधा पूरी तरह लचर'
डायरिया फैलाने की सूचना पर कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा उप स्वास्थ्य केंद्र माधोपुर पहुंचे. जहां उन्होंने मरीजों का हालचाल जाना और मरीजों को बेहतर इलाज के लिए दिशा निर्देश दिए. वहीं, इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि "डायरिया मरीजों से अस्पताल भर गया है और लोग जमीन पर लेटकर अपना इलाज करा रहे हैं. यहां स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से लचर है और सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. सरकार भांग के नशे में मस्त है."
उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत लगाई गई पाइप कई जगह से टूटी हुई है और उसमें लीकेज है. इससे गंदा पानी पाइप में जा रहा है, जिसे लोग पी रहे हैं और बीमार हो रहे हैं. माधोपुर में 3 लोगों की मौत हुई है. वहीं, सरयटोला में डायरिया से 4 मौत हो चुकी है और बहेरा टोला में एक महिला की मौत भी डायरिया से हुई है. पूरा जिला डायरिया से प्रभावित है.