मंडी: जिला मंडी में नागचला से लेकर पंडोह तक फोरलेन निर्माण में जुटी केएमसी कंपनी की कार्यप्रणाली एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. इस बार कंपनी प्रबंधन ने फोरलेन पर ऐसी टायरिंग की जो मात्र 15 दिनों में ही उखड़ने लग गई है. जिस दिन कंपनी ने टायरिंग डालने का कार्य किया उसके अगले दिन से ही सड़क के उखड़ने का काम शुरू हो गया था. आज आलम यह हो गया है कि सड़क पर पड़ने वाले इन गड्ढों का आकार हर दिन बढ़ता जा रहा है. जनता के करोड़ों रूपए खर्च करके की गई टायरिंग के उखड़ने को लेकर राहगीरों और पंडोह निवासियों में कंपनी प्रबंधन के खिलाफ खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. सड़क पर टायरिंग उखड़ने का आलम यह हो गया है कि यहां आए दिन टू व्हीलर वाले हादसे का शिकार होकर चोटिल हो रहे हैं.
लोगों ने की कार्रवाई की मांग
मंडी से पंडोह तक जो टायरिंग की गई है उसका यही हाल है. नवोदय स्कूल और आर्मी कैंप के पास जो टायरिंग हुई है, वहां जगह-जगह गड्ढे पड़ना शुरू हो गए हैं. फोरलेन पर रफतार से गाड़ियां चलती हैं, ऐसे में अचानक ही उनका सामना गड्ढों से हो जाता है और इस कारण वाहनों के कलपुर्जे भी टूट रहे हैं. पंडोह के लोगों ने कंपनी प्रबंधन द्वारा किए गए इस कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए जिला प्रशासन से इसकी जांच करवाकर सख्त कार्रवाई की करने की गुहार लगाई है.
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हादसों को न्यौता दे रहा हाईवे
आलम यह हो गया है कि टायरिंग उखड़कर उसमें डाली गई बजरी सड़क के एक किनारे पर जाकर इकट्ठा हो गई है. जिससे गाड़ियों की दुर्घटना का ज्यादा अंदेशा बना हुआ है. बता दें कि कंपनी ने टायरिंग का जो कार्य किया है वो फाइनल कार्य है, लेकिन पूरे हाईवे का खस्ताहाल है और कंपनी प्रबंधन बावजूद इसके अपनी मनमानी से ही काम कर रही है. पंडोह के लोगों ने प्रदेश सरकार से केएमसी कंपनी प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है.
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एनएचएआई के प्रति लोगों में रोष
पंडोह के लोगों में इस बात को लेकर भी भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है कि कंपनी प्रबंधन की लगातार चल रही लापरवाही और लेटलतीफी के बाद भी एनएचएआई की तरफ से कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है. कंपनी प्रबंधन को बार-बार नोटिस देकर ही खानापूर्ति की जा रही है, जबकि इसके अलावा कोई भी कठोर कार्रवाई कंपनी प्रबंधन के खिलाफ नहीं की जा रही है. लोगों ने एनएचएआई की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए इस पर भी कार्रवाई करने की मांग उठाई है.
वहीं, जब इस बारे में केएमसी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सत्या से बात की गई तो उन्होंने कहा, "यह मामला हमारे ध्यान में है. कुछ स्थानों पर टायरिंग उखड़ी है. जल्द ही इस कार्य को दुरूस्त कर दिया जाएगा. ये फाइनल कार्य है और जो भी कमियां रही हैं, उनमें सुधार कर दिया जाएगा."