मंडी: हिमाचल प्रदेश पिछले कुछ दिनों से मौसम के बिगड़े मिजाज ने लोगों के मन में फिर से दहशत भर दी है. बीते साल भी बरसात से हिमाचल को 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ था. इस साल एक बार फिर बरसात से हिमाचल प्रदेश को करोड़ों का नुकसान हुआ है. कई जगहों पर बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं आईं हैं. मंडी जिले में पिछले दो दिनो से लगातार हो रही बारिश के कारण जगह-जगह नुक्सान की खबरें सामने आ रही हैं.
इस बारिश के चलते रेस्टोरेशन के लिए जिला प्रशासन को कई तरह की दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है. जिलS में बरसात अब तक 160 करोड़ बहाकर ले गई है, जिसमें सरकारी और निजी संपत्ति दोनों शामिल है. उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि, 'जिला में बीते दो दिनों से हो रही लगातार बारिश राहत कार्य में देरी की वजह बन रही है. 11 अगस्त को ही जिला में करीब 11 करोड़ 91 लाख रूपए के नुक्सान का आंकलन है. जिला में सड़क, पानी और बिजली को प्रमुखता के तौर पर सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है और इसके लिए मशीनरी और स्टाफ को दिन रात तैनात किया गया है. मंडी से पंडोह के बीच नौ मील के पास लगातार बारिश होने से पहाड़ी से लगातार मलबा नीचे गिर रहा है, लेकिन फिर भी कुछ ठहराव के बाद एनएच पर वाहनों की आवाजाही को सुचारू किया जा रहा है.
वहीं उपायुक्त मंडी ने बताया कि हालही में पंडोह के पास कैंची मोड़ पर फोरलेन पर दिया गया अस्थाई डंगा भी भारी बारिश से बीते रोज धंसना शुरू हो गया है. एसडीएम सदर और विभाग के साइट इंजीनियर मौके पर जायजा लेने गए थे. वहां पर भविष्य में दोबारा से एक बड़ा डंगा लगाया जाएगा, लेकिन अभी वाहनों को टू लेन की सुविधा देने के लिए एनएचएआई की ओर से कुछ काम किया जा रहा है.
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