जयपुर. राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कोरपोरेशन की प्रबंध निदेशक नेहा गिरि ने गांधी नगर के आरोग्य आयुष्मान केन्द्र की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए हैं. उन्होंने केन्द्र के दवा वितरण केंद्र में अवधिपार दवाओं के निस्तारण, दवाओं एवं सर्जिकल्स की उपलब्धता तथा आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी ली.
नेहा गिरी ने निर्देश दिए कि रोगियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दवाओं की आवश्यकता का नियमित विश्लेषण किया जाए. जिस दवा का स्टाक 10 प्रतिशत रह जाए, उसी समय उस दवा के लिए इंडेन्ट जारी करने की कार्रवाई की जाए, ताकि दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे. उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अवधिपार होने वाली दवाओं का स्टाक इस तरह रखें कि पहले उनका उपयोग सुनिश्चित हो.
आरएमएससी की प्रबंध निदेशक ने दवा वितरण केंद्र पर ई-औषध पोर्टल के माध्यम से विभिन्न दवाओं की उपलब्धता एवं निकट भविष्य में अवधिपार हो रही दवाओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने फार्मासिस्ट को निर्देश दिए कि साफ्टवेयर के माध्यम से दवाओं की उपलब्धता एवं उपभोग के पैटर्न का नियमित रूप से विश्लेषण करें, इसमें किसी तरह की लापरवाही नहीं हो. साथ ही, गर्मी के मौसम को देखते हुए मौसमी बीमारियों से संबंधित एवं मम्पस रोग की दवाओं की पर्याप्त स्टाक रखने के निर्देश दिए.
मशीनों का हो मेंटेनेंस: गिरि ने स्वास्थ्य केंद्र पर प्रयोगशाला का भी निरीक्षण किया. उन्होंने जांच मशीनों और उनके उपयोग के बारे में जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जांच मशीनों का नियमित मेंटीनेंस करें, ताकि रोगियों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो. उन्होंने कहा कि ई-उपकरण पोर्टल पर सभी जांच उपकरणों की एंट्री हो. साथ ही, पोर्टल के माध्यम से जांच मशीनों के मेंटीनेंस, मशीनों के ठीक होने में लगने वाले समय आदि के बारे में भी जानकारी ली. गिरि ने दवा वितरण केंद्र, प्रयोगशाला सहित अन्य स्थानों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश भी दिए. प्रबंध निदेशक ने निरीक्षण के दौरान रोगियों से संवाद कर दवाओं की उपलब्धता के बारे में फीडबैक भी लिया.