झुंझुनू. होली की रात मुकुन्दगढ़ थाना क्षेत्र के बलरिया अंडरपास के पास कार में जिंदा जला युवक सेना का जवान नहीं, बल्कि कोई और था. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब आज फौजी विकास भास्कर को पुलिस गंभीर हालात में झुंझुनू के राजकीय बीडीके अस्पताल लेकर पहुंची. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के कारणों का पता चलेगा.
यह था पूरा मामला : एसपी राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि होली की रात करीब 10 बजे फौजी विकास भास्कर अपने चचेरे भाई रमेश उर्फ सोनू को साथ लेकर ड्यूटी पर जाने के लिए रवाना हुआ था. रास्ते में सोनू को ठेके पर छोड़कर साबुन लाने वापस डूंडलोद गया था. डूंडलोद से लौटते समय अंडरपास के पास कार में आग लग गई. इसमें विकास की मौत होने का दावा किया गया. परिजनों ने कार में मिले शव को विकास का मानते हुए अंतिम संस्कार भी कर दिया, लेकिन इसी दिन डूंडलोद का एक युवक महेश मेघवाल भी लापता हो गया. महेश फौजी के खेत में मजदूरी करता था. महेश के परिजनों ने दावा किया था कि कार में महेश था. इसके बाद पुलिस ने नए सिरे से जांच शुरू की. शुक्रवार को फौजी विकास ने अपने ममेरे भाई को फोन कर रुपए मांगे थे. इससे यह साबित हो गया कि वह जिंदा है और कार में जिसका शव जलाया गया था, वह किसी और का था. शव जलाने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई थी. बाद में इसे हादसे का रूप देने का प्रयास किया गया.
मामले का खुलासा तब हुआ, जब आज फौजी विकास भास्कर को पुलिस गंभीर हालात में झुंझुनू के राजकीय बीडीके अस्पताल लेकर पहुंची. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि फिलहाल मौत के कारणों की पुष्टि नहीं हुई है. डीएनए रिपोर्ट आने के बाद पता लगेगा आग लगने से मरने वाला महेश मेघवाल था या फिर कोई और.