शिमला: आज 29 अगस्त का दिन भारत में खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है. दरअसल आज ही के दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है. उनके जन्मदिन पर देश में खेल प्रतिभाओं का सम्मान करने और नामचीन खिलाड़ियों को याद किया जाता है. ताकी आज के साथ-साथ आने वाली पीढ़ियां भी प्रेरित हों. इस मौके पर हम आपको छोटे से पहाड़ी राज्य हिमाचल के उन खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर झंडे गाड़े हैं. हिमाचल में खेल सुविधाओं के अभाव के बाद भी इन खिलाड़ियों ने सुविधाओं की कमी को कभी आड़े नहीं आने दिया और सफलता के शीर्ष पर पहुंचे.
निशानेबाज विजय कुमार
निशानेबाज विजय कुमार का जन्म 1985 को हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के बारसर गांव में हुआ. 2012 के लंदन ओलंपिक में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल इवेंट में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने. वर्तमान में विजय कुमार हिमाचल पुलिस में उप पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात हैं. इससे पहले वो सेना में सूबेदार के पद पर थे.
निशानेबाज समरेश जंग
समरेश जंग सिरमौर जिला के रहने वाले हैं. 2002 के राष्ट्रमंडल खेलों में भी समरेश ने दो स्वर्ण, तीन सिल्वर जीते थे. 2006 में मेलबर्न राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने पांच स्वर्ण, दो रजत, एक कांस्य पदक जीता था. उन्हें उस दौरान कॉमनवेल्थ खेलों का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया था. समरेश ने कॉमनवेल्थ गेम्स में कुल 14 पदक जीते हैं. पेरिस ओलंपिक में समरेश जंग निशानेबाजी टीम के प्रशिक्षक स्टाफ का हिस्सा थे. पेरिस में भारतीय निशानेबाजी टीम ने 3 पदक जीते थे.
ऋषि धवन
ऋषि धवन भारतीय के लिए खेलने वाले पहले हिमाचल खिलाड़ी हैं. उन्होंने 2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना डेब्यू किया था. हरफनमौला खिलाड़ी आईपीएल में भी मुंबई इंडियन्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, पंजाब किंग्स का हिस्सा रह चुके हैं. धवन भारत के लिए तीन वन-डे और एक टी-20 मैच खेल चुके हैं. ऋषि धवन हिमाचल के सुंदरनगर के रहने वाले हैं.
सुमन रावत
सुमन रावत एक भारतीय भूतपूर्व ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं. उन्होंने 3000 मीटर स्पर्धा में 1986 के एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीता और 1987 के दक्षिण एशियाई खेलों में 1500 मीटर और 3000 मीटर स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीता था. उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. सुमन रावत का संबंध हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर से है. सुमन रावत परशुराम पुरस्कार से सम्मानित होने वाली पहली महिला थी.
अजय ठाकुर
अजय ठाकुर भारतीय राष्ट्रीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान रहे हैं. 2016 कबड्डी विश्व कप और 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थे. 2017 एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप में पहली बार अजय को कप्तानी सौंपी गई थी. उन्होंने 2018 कबड्डी मास्टर्स में भी टीम का नेतृत्व किया था. अजय ठाकुर हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ जिले के डभोटा गांव से संबंध रखते हैं.
रेणुका ठाकुर
रेणुका ठाकुर भारतीय महिला क्रिकेटर हैं. 2021 में रेणुका सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी-20 में भारत के लिए डेब्यू किया था. रेणुका सिंह का जन्म 1 फरवरी 1996 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में हुआ था. रेणुका ठाकुर भारत के लिए 3 टेस्ट, 11 एकदिवसीय, 47 टी-20 मैच खेल चुकी हैं. रेणुका तेज गेंदबाज हैं और उनकी स्विंग के आगे बड़े बड़े बल्लेबाजों के स्टंप उखड़ जाते हैं.
सुषम वर्मा
शिमला के सुन्नी से संबंध रखने वाली सुषमा वर्मा भारतीय महिला क्रिकेटर हैं. सुषमा ने वॉलीबॉल के साथ-साथ हैंडबॉल और वाटर पोलो में भी नेशनल खेला. 2013 में बाग्लादेश के खिलाफ भारत के लिए टी-20 में डेब्यू किया था. सुषमा विकेटकीपर बल्लेबाज हैं. एचपीसीए अकदामी में प्रशिक्षण के कारण उनका भारत के लिए खेलने का सपना पूरा हुआ.
आशीष कुमार चौधरी
आशीष कुमार चौधरी एक भारतीय शौकिया मुक्केबाज़ हैं जो मिडिलवेट वर्ग में प्रतिस्पर्धा करते हैं. उन्होंने 2019 एशियाई चैंपियनशिप में रजत पदक और बैंकॉक में आयोजित 2019 थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा उन्होंने टोक्यो ओलंपिक, बर्मिघम कॉमनवेल्थ में भारत का प्रतिनिधित्व किया था. आशीष मंडी जिले के रहने वाले हैं.
शिवा केशवन
शीतकालीन ओलंपिक में 6 बार भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले ल्यूज खिलाड़ी शिवा केशवन मनाली से संबंध रखते हैं. हिमाचल प्रदेश के रहने वाले शिवा केशवन ने जापान के नागानो में आयोजित 2011 एशियाई ल्यूज कप में स्वर्ण पदक जीतकर 134.3 किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया था.
WWE रेस्लर द ग्रेट खली
WWE रेस्लर द ग्रेट खली आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है. सिरमौर के धीरैना गांव में जन्मे ग्रेट खली ने अपनी मजबूत कद-काठी के बल पर WWE तक का सफर तय किया था. खली भारत के पहले प्रोफेशनल रेसलर थे, जिन्होंने डब्ल्यूडब्ल्यूई ज्वाइन किया था. 2007-08 की वर्ल्ड हेविवेट चैंपियनशिप में 'द ग्रेट खली' विजेता बने. इसके अलावा द ग्रेट खली WWE के कई बड़े रेस्लर को धूल चटा चुके हैं.
चरणजीत सिंह
चरणजीत सिंह पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी रहे हैं. उनका जन्म ऊना जिले में हुआ में था. 1964 ग्रीष्मकालीन ओलंपिक हॉकी टीम के कप्तान रहे हैं. उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने 1964 में टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता था. 1950 में पहली बार उन्हें भारतीय टीम में चुना गया था. उन्हें 1963 में अर्जुन अवॉर्ड और 1964 में ओलपिंक गोल्ड जीतने के बाद उन्हें सरकार ने पद्म श्री दिया था. जनवरी 2022 में 92 साल की उम्र में उनका देहांत हो गया था.
डिक्की डोलमा
1974 में हिमाचल प्रदेश के मनाली के पास पलचान गांव में पैदा हुई डोलमा का पहला प्यार स्कीइंग था. उन्होंने स्कीइंग की कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया. 1991 में मनाली स्थित अटल पर्वतारोहण संस्थान में बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स किया. बछेंद्री पाल के नेतृत्व में 19 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला बनीं.
बलजीत कौर
बलजीत कौर ने पर्वतारोही के रूप में 19 साल की छोटी-सी उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. बलजीत कौर माउंट एवरेस्ट के साथ साथ माउंट मकालू, अन्नपूर्णा, लोहत्से जैसी कई पर्वत चोटियों पर तिरंगा लहरा चुकी हैं. 2016 में ऑक्सीजन मास्क में दिक्कत के कारण वो चंद कदमों से एवरेस्ट फतेह करने से चूक गई थीं, लेकिन फिर 2022 में उन्होंने फिर से दुनिया की सबसे ऊंची चोटी को अपने कदमों में झुका दिया.
आंचल ठाकुर
मनाली की अंतरराष्ट्रीय स्कीयर आंचल ठाकुर ने कई बार अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. 2017 में स्वीट्जरलैण्ड के मोरिस में विश्व स्की चैम्पियनशिप में अंतिम रेस के लिए क्वालीफाई किया. जापान के सापोरो में 2017 में एशियन विंटर खेलों में हिस्सा लिया. आंचल ने तुर्की में 2018 में आयोजित एफआईएस इण्टरनेशनल एल्पाईन स्कीइंग प्रतियोगिता में भारत के लिए आज तक का पहला कांस्य पदक जीत कर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया. उनका अगला लक्ष्य 2026 विंटर ओलिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करना है.
राजीव नैय्यर के नाम अनूठा रिकॉर्ड
चंबा के राजीव नैय्यर ने 96 प्रथम श्रेणी मैचों में 20 शतक और 35 अर्धशतक के साथ 45 की औसत से 6881 रन बनाए हैं. उनके नाम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे लंबी पारी खेलने का रिकॉर्ड है. 1999 में उन्होंने सबसे लंबी पारी खेलने का रिकॉर्ड रणजी ट्रॉफी में जम्मू एंड कश्मीर टीम के विरुद्ध 1015 मिनट तक बल्लेबाजी कर बनाया था. उन्होंने पाकिस्तान के हनीफ मोहम्मद की ओर से 1958 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में बनाए गए 970 मिनट के पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर इसे अपने नाम किया था. उन्होंने उस मैच 272 रन बनाए थे. राजीव नैय्यर इंडिया ए, दिलीप ट्रॉफी, नॉर्थ जोन के लिए भी खेल चुके हैं.