पंचकूला: पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य के निर्देशों पर नशा तस्करों के जरिए मुख्य ड्रग माफियाओं तक पहुंचने की मुहिम में पंचकूला पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के मुख्य नशा तस्कर तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है. एंटी नारकोटिक्स सेल के जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार ने बीती 16 फरवरी को 1.167 किलोग्राम चरस तस्करी मामले में टीम के साथ छापामारी कर तस्करी के मुख्य आरोपी रविन्द्र को हिमाचल प्रदेश से गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इस मामले में इस तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जोकि मुख्य तस्कर है.
12 फरवरी को 1.167 किलोग्राम चरस बरामद:
एंटी नारकोटिक्स सेल ने 12 फरवरी को गुप्त सूचना के आधार पर चंडीगढ़ निवासी अमित जोशी को चरस के साथ काबू किया था. आरोपी तस्कर अपनी इनोवा कार में चरस लिए सेक्टर-19 के गांव अभयपुर की तरफ आ रहा था. पुलिस ने उसकी गाड़ी रुकवा कर तलाशी ली तो आरोपी के कब्जे से 1.167 किलोग्राम चरस का नशा बरामद हुआ. सेक्टर 20 थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस की धारा-20 के तहत केस दर्ज कर उसे अदालत में पेश कर उसका 3 दिन का रिमांड हासिल किया. रिमांड के दौरान अमित ने बताया कि वह चरस का नशा सुमित नामक व्यक्ति से लेकर आया था, जिसे पंचकूला में बेचने था.
दूसरे आरोपी का 4 दिन का रिमांड:
पुलिस ने 14 फरवरी 2025 को आरोपी अमित की निशानदेही पर दूसरे आरोपी सुमित कुमार निवासी जग्गी वासी गांव पठियार जिला कांगड़ा हिमाचल प्रदेश को पंचकूला के रामगढ़ पुल के नीचे से गिरफ्तार किया. पुलिस ने सुमित को कोर्ट में पेश कर उसका 4 दिन का रिमांड हासिल किया. रिमांड के दौरान सुमित ने बताया कि वह चरस रविन्द्र सिंह उर्फ प्रेमु वासी गांव डोगरी जिला कुल्लू हिमाचल प्रदेश से खरीद कर बेचता है. इसके बाद एंटी नारकोटिक्स टीम ने सुमित की निशानदेही पर बीती 16 फरवरी को आरोपी रविंद्र सिंह को कुल्लू से गिरफ्तार किया.
खुद चरस तैयार करता था आरोपी:
मामले के जांच अधिकारी एएसआई प्रदीप कुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी तस्कर रविन्द्र है और वह कुल्लू में अवैध रूप से चरस का नशा तैयार करता था. इसके बाद वह अपने उक्त सहयोगियों की चेन बनाकर नशे को पंचकूला क्षेत्र में बेचता रहा है. पुलिस ने मामले में पहले आरोपी अमित को रिमांड अवधि खत्म होने पर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा और अब उक्त अन्य दोनों आरोपियों सुमित व रविन्द्र सिंह को भी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.