मैहर: मध्य प्रदेश के मैहर जिले की पर्वतारोही अंजना सिंह ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर तिरंगा फहरा दिया है. अंजना ने अपनी इस उपलब्धि से मैहर सहित पूरे प्रदेश और देश का नाम रोशन किया है. अंजना की इस कामयाबी पर परिवार सहित पूरे मैहर वासियों में खुशी का माहौल है.
माउंट किलिमंजारो अफ्रीका की सबसे ऊंची पर्वत चोटी
मैहर जिले के अमरपाटन क्षेत्र की रहने वाली 26 वर्षीय अंजना सिंह ने ठाना था कि 26 जनवरी को वह अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर भारत का तिरंगा फहराएंगी. उन्होंने अब इसको कर भी दिखाया है. अंजना ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर सुबह 10:56 बजे इस पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंचाई पर तिरंगा झंडा फहराया और राष्ट्रगान भी गाया. आपको बता दें कि अफ्रीका की सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला माउंट किलिमंजारो की ऊंचाई 5895 मीटर है. यह अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया देश में स्थित है.
इससे पहले भी अपने नाम कर चुकी हैं कई खिताब
अंजना सिंह ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता पिता को दिया. जिन्होंने उनको अपने सपने को पूरा करने के लिए हमेशा सहयोग और प्रेरित किया. अंजना की मानें, तो उनका बचपन से ही पर्वतारोही बनने का सपना था. साल 2024 से उन्होंने इसकी शुरुआत की. सबसे पहले उन्होंने समुद्र तल से 19 हजार 341 फीट ऊंचाई बर्फीली चोटी पर पर्वतारोही का खिताब अपने नाम किया. वे 20 मई 2024 को मनाली में 15 हजार फिट ऊंची चोटी फ्रेंडशिप वैली और 19 जुलाई को लद्दाख सीमा पर स्थित 6 हजार 11 फीट ऊंची शिनकुन पर्वत चोटी पर तिरंगा फहरा चुकी हैं.
- मुस्कान ने नापा ऑस्ट्रेलिया का बर्फिला पहाड़, ज्योतिरादित्य सिंधिया की फोटो लहरा की दिल की बात
- माउंट विंसन फतह करने वाली सबसे उम्रदराज महिला बनीं ज्योति रात्रे, 55 में जवानों को पछाड़ा
बचपन में पर्वतारोही बनने का देखा था सपना
पर्वतारोही अंजना सिंह मैहर जिले के अमरपाटन तहसील के बेंदुराकला गांव की निवासी हैं. उनके पिता राजेश सिंह किसान हैं तथा उनकी माता सियावती सिंह गृहणी हैं. उनका एक बड़ा भाई भी है. उनकी पढ़ाई-लिखाई जिले से ही हुई है. किसान परिवार से आने वाली अंजना के लिए अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करना और तिरंगा फहराना बड़े गर्व की बात है. उनकी इस सफलता से परिवार बहुत खुश है.