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महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ की निकली भव्य बारात, औघड़ सहित हजारों लोग हुए शामिल

महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर काशी (Kashi) की रौनक देखते ही बन रही है. गंगाघाट (Gangaghat) से लेकर मंदिरों तक शिवभक्तों का तांता लगा है. साथ ही बाबा विश्वनाथ (Baba Vishwanath) की निकली बारात में तो पूरा काशी ही उमड़ पड़ा.

Shiv procession took place in Kashi
धूम धाम से निकली काशी में शिव बारात
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 8, 2024, 6:46 PM IST

बाबा विश्वनाथ की निकली अनोखी बारात

वाराणसी: देव आदि देव महादेव की नगरी काशी में महाशिवरात्रि का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. बाबा विश्वनाथ के भक्त मंदिरों में बाबा के दर्शन कर रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को तिलभांडेश्वर मंदिर और बैजनाथ मंदिर से महादेव की बारात निकाली गई. काशी में महादेव की बारात ठीक उसी तरह निकाली गई जैसे घरवाले अपने एक लड़के की बारात निकालते हैं. क्योंकि काशी के लोग बाबा विश्वनाथ को परिवार का हिस्सा मानते हैं.

बाबा विश्वनाथ की अनोखी बारात: शिव बारात में भोलेनाथ घोड़े पर सवार नजर आए. उनके साथ नंदी भी नजर आए. बारात में शामिल होने के लिए भगवान गणेश, भगवान विष्णु, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, ब्रह्मा सभी नजर आए. साथ ही भूतों की टोली भी बारात में शामिल हुई. जिसमें भूत-पिचास, नट और इस बारात में यमराज भी शामिल हुए. बारात पांडे हवेली देवनाथ, पूरा पांडे घाट, राजा घाट, नारद घाट, मानसरोवर घाट, चौकी घाट, केदार घाट, सोनारपुरा चौराहा, हरिश्चंद्र घाट, हनुमान घाट के सिंह किला शिवाला भेलूपुरा हनुमान मंदिर तक जाती है.

बनारसी बने बाराती: बात महादेव की हो तो काशीवासी कैसे पीछे रह सकते हैं. बनारसी लोगों की भारी तादाद इस बारात में देखने को मिली. हर कोई खुद को बाराती समझ झूमता नजर आया. वहीं, क्षेत्र की महिलाओं ने दूल्हे का परछावन कर, सोहर गीत गाए और इस बारात को रवाना किया. बारात कई इलाकों से गुजरते हुए केदार मंदिर पहुंची. वहां पर बारात का स्वागत किया गया.

बारात में शामिल शंभूनाथ ने बताया कि वह 18 साल तक बारात में शंकर बने. अब नहीं बन रहा. यह अद्भुत है महाशिवरात्रि पर यह बारात निकाली जाती है. जहां पर स्वयं बाबा का स्वरूप विराजमान होता है जो शहर भर में भ्रमण करता है. वहीं सलमान चौधरी किन्नर ने बताया यह मेरे बाबा भोलेनाथ की बारात है और इसमें भूत प्रेत नर नारायण नारी के साथ हम किन्नर समुदाय के लोग भी शामिल होते हैं. बाबा के बारात में शामिल होना सौभाग्य की बात है. वहीं काशी के विकास ने बताया कि काशी में इस बारात का बहुत ही महत्व है. हम सब इस बारात में शामिल होते हैं. और काशी कुछ देर के लिए शिवमय में हो जाता है. यह बारात काशी वासियों का है.


महाशिवरात्रि पर्व पर गंगा घाटों पर एनडीआरएफ तैनात महाशिवरात्रि पर्व पर काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या उमड़ी. उनकी सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम को सभी प्रमुख घाटों पर तैनात किया गया है. नमो घाट, राजघाट, शीतला घाट, पंचगंगा घाट, मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट, प्रयाग घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, केदार घाट, अस्सी घाट और नजदीकी घाटों पर एनडीआरएफ की टीम अलर्ट मोड में दिखी. इसके साथ ही बोट के जरिए से पेट्रोलिंग भी की जा रही है.

यह भी पढ़ें : पीएम मोदी का AI अवतार भी करेगा लोकसभा चुनाव में रैलियां, BJP का प्रचार होगा हाईटेक

बाबा विश्वनाथ की निकली अनोखी बारात

वाराणसी: देव आदि देव महादेव की नगरी काशी में महाशिवरात्रि का पर्व हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है. बाबा विश्वनाथ के भक्त मंदिरों में बाबा के दर्शन कर रहे हैं. वहीं, शुक्रवार को तिलभांडेश्वर मंदिर और बैजनाथ मंदिर से महादेव की बारात निकाली गई. काशी में महादेव की बारात ठीक उसी तरह निकाली गई जैसे घरवाले अपने एक लड़के की बारात निकालते हैं. क्योंकि काशी के लोग बाबा विश्वनाथ को परिवार का हिस्सा मानते हैं.

बाबा विश्वनाथ की अनोखी बारात: शिव बारात में भोलेनाथ घोड़े पर सवार नजर आए. उनके साथ नंदी भी नजर आए. बारात में शामिल होने के लिए भगवान गणेश, भगवान विष्णु, राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, ब्रह्मा सभी नजर आए. साथ ही भूतों की टोली भी बारात में शामिल हुई. जिसमें भूत-पिचास, नट और इस बारात में यमराज भी शामिल हुए. बारात पांडे हवेली देवनाथ, पूरा पांडे घाट, राजा घाट, नारद घाट, मानसरोवर घाट, चौकी घाट, केदार घाट, सोनारपुरा चौराहा, हरिश्चंद्र घाट, हनुमान घाट के सिंह किला शिवाला भेलूपुरा हनुमान मंदिर तक जाती है.

बनारसी बने बाराती: बात महादेव की हो तो काशीवासी कैसे पीछे रह सकते हैं. बनारसी लोगों की भारी तादाद इस बारात में देखने को मिली. हर कोई खुद को बाराती समझ झूमता नजर आया. वहीं, क्षेत्र की महिलाओं ने दूल्हे का परछावन कर, सोहर गीत गाए और इस बारात को रवाना किया. बारात कई इलाकों से गुजरते हुए केदार मंदिर पहुंची. वहां पर बारात का स्वागत किया गया.

बारात में शामिल शंभूनाथ ने बताया कि वह 18 साल तक बारात में शंकर बने. अब नहीं बन रहा. यह अद्भुत है महाशिवरात्रि पर यह बारात निकाली जाती है. जहां पर स्वयं बाबा का स्वरूप विराजमान होता है जो शहर भर में भ्रमण करता है. वहीं सलमान चौधरी किन्नर ने बताया यह मेरे बाबा भोलेनाथ की बारात है और इसमें भूत प्रेत नर नारायण नारी के साथ हम किन्नर समुदाय के लोग भी शामिल होते हैं. बाबा के बारात में शामिल होना सौभाग्य की बात है. वहीं काशी के विकास ने बताया कि काशी में इस बारात का बहुत ही महत्व है. हम सब इस बारात में शामिल होते हैं. और काशी कुछ देर के लिए शिवमय में हो जाता है. यह बारात काशी वासियों का है.


महाशिवरात्रि पर्व पर गंगा घाटों पर एनडीआरएफ तैनात महाशिवरात्रि पर्व पर काशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या उमड़ी. उनकी सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम को सभी प्रमुख घाटों पर तैनात किया गया है. नमो घाट, राजघाट, शीतला घाट, पंचगंगा घाट, मणिकर्णिका घाट, ललिता घाट, प्रयाग घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, केदार घाट, अस्सी घाट और नजदीकी घाटों पर एनडीआरएफ की टीम अलर्ट मोड में दिखी. इसके साथ ही बोट के जरिए से पेट्रोलिंग भी की जा रही है.

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