करनाल/रेवाड़ी/ गुरुग्राम/भिवानी: शिव भक्तों का आज सबसे प्रिय त्योहार शिवरात्रि है. आज के दिन हरियाणा में भी शिव मंदिर में बम बम भोले के नारों से गूंज रहा है. सुबह से ही सभी मंदिरों में शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है, लोग भगवान शिव और शिवलिंग का जलाभिषेक दूध, दही, गंगाजल आदि से कर अपनी मनोकामना मांग रहे हैं. मंदिर में आए भक्तों में भी काफी उत्साह है और लोग भगवान शिव के रंग में डूबे हुए हैं.
करनाल में शिव मंदिर में उमड़े भक्त: हरियाणा के करनाल में सुबह से मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. ऐसी मान्यता है कि आज भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का दिन यानी की शिवरात्रि है, जिसे मनाने के लिए सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. भक्त दूध, दही और गंगाजल से भगवान का जलाभिषेक कर रहे है. फूल, बेलपत्र भांग धतूरा आदि चढ़ा कर अपनी मनोकामना मांग रहे है। श्रद्धालु अजय अग्रवाल ने कहा कि वह शिवरात्रि के दिन भगवान शिव के लिए व्रत रखते हैं भगवान शिव में उनकी काफी श्रद्धा है क्योंकि देवों के देव महादेव हर किसी पर अपनी कृपा बनाकर रखते हैं.
'मनोकामना पूर्ण करते हैं भोलेनाथ': पंडित प्रदीप कुमार ने बताया "आज के दिन भगवान शिव और पार्वती माता का विवाह हुआ था. इस त्योहार को मनाने के लिए सुबह से ही भक्तों का तांता मंदिर में लगा हुआ है और भक्त अपनी मनोकामना मांग रहे हैं. आज के दिन भक्त पंचामृत से भगवान का जलाभिषेक करते हैं और भोले की भक्ति में झूम उठते हैं. वैसे तो प्रत्येक महीने में शिवरात्रि आती है, लेकिन विशेष तौर पर दो शिवरात्रियों का ज्यादा महत्व होता है एक शिवरात्रि सावन के महीने में आती है. वहीं, दूसरी शिवरात्रि फाल्गुन महीने में आती है. जो भक्त सच्चे मन से भगवान भोलेनाथ के लिए व्रत रखकर उनका गंगाजल अर्पित करता है, भगवान भोलेनाथ उनकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं. साथ ही उनके परिवार पर अपनी कृपा बनाए रखते हैं जिस घर में सुख समृद्धि आती है."
रेवाड़ी में शिव मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता: वहीं, रेवाड़ी में महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. जिले में शिव मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा है. श्रद्धालु शिवालयों में सुबह से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. रेवाड़ी शहर के भाडावास रोड स्थित भूतेश्वर बारा पत्थर मंदिर, भूतेश्वर महादेव मंदिर सोलहराही, घंटेश्वर महादेव मंदिर मोती चौक, मॉडल टाउन शिव चौक, नई अनाज मंडी शिव मंदिर के अलावा रेवाड़ी शहर के गांव और छोटे-छोटे कॉलोनी में महाशिवरात्रि पर मंदिरों में शिव भक्तों का तांता लगा है.
किन चीजों से अभिषेक करने से क्या होता है?: ज्योतिषाचार्य अजय शास्त्री के अनुसार शिवरात्रि में भोलेनाथ का गन्ने के रस से अभिषेक करने पर लक्ष्मी प्राप्ति, दूध से मनोकामनाएं पूर्ण, घी से आरोग्यता व वंश वृद्धि, इत्र युक्त जल से बीमारी नष्ट होती है. सरसों के तेल से शत्रु नाश, दही से भवन वाहन प्राप्ति और शहद युक्त जल से अभिषेक करने पर समस्त पापों का नाश होता है.
गुरुग्राम में पंचमुखी शिवलिंग के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालु: महाशिवरात्रि का पर्व देश भर में धूमधाम से मनाया जा रहा है. इसी कड़ी में महाशिवरात्रि के दिन सुबह 5 बज साइबर सिटी गुरुग्राम के तमाम शिव मंदिरों के कपाट खुल गए. सुबह से ही गुरुग्राम के शिव मंदिरों में श्रद्धालु भोलेनाथ की पूजा करने पहुंच गए. गुरुग्राम के प्रसिद्ध गुफा वाले मंदिर में पंचमुखी शिवलिंग के दर्शन के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. शिव भक्त शिवलिंग पर बेलपत्र, बेर, फूल और अन्य पूजा सामग्री अर्पित करते नजर आए. गुफा वाले मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की मानें तो हर साल महाशिवरात्रि के दिन वो भगवान शिव के दर्शन के लिए मंदिर में आते हैं और शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं.
गुफा वाले मंदिर की साध्वी महामंडलेश्वर आत्म चेतना ने कहा "महाशिवरात्रि के पर्व हमारे जीवन मे बहुत ही विशेष महत्व रखता है. धर्म, कर्म और मोक्ष की प्राप्ति के लिए शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है. भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है. शिवलिंग पर बेलपत्र, चावल, शहद और बेर अर्पित किए जाते हैं ताकि मानवीय जीवन सुखमय बना रहे.
शिवमय हुई छोटी काशी भिवानी: छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध भिवानी में शिवरात्रि के अवसर पर मंदिरों में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे. सुबह से ही श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें मंदिरों में लगी रही. बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए शिव भक्तों ने श्रद्धा एवं उल्लास से शिवरात्रि का पर्व मनाया. श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर शिवलिंग की पूजा-अर्चना की. श्रद्धालुओं ने हरिद्वार, गंगोत्री से लाई गई कांवड़ भी चढ़ाई.
भिवानी जिले के रेवाड़ी खेड़ा गांव में करीब 150 वर्ष प्राचीन शिव मंदिर के महंत सुंदर नाथ ने कहा कि शिवरात्रि पर्व पर महादेव की विशेष कृपा श्रद्धालुओं पर बरसती है. यह मंदिर करीब 150 वर्ष पुराना है, जिसके प्रति श्रद्धालुओं की गहरी आस्था है.उन्होंने कहा कि यहां सभी श्रद्धालुओं की मुरादें पूरी होती है. उन्होंने कहा कि शिवरात्रि पर्व पर कांवड़ लाने से महादेव प्रसन्न होते हैं. उन्होंने बताया कि अल सुबह से ही मंदिर में भक्तों की लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है.
ये भी पढ़ें: महाशिवरात्रि 2024 पर करीब 250 साल बाद बन रहा महायोग, ऐसे करेंगे पूजा तो भोलेनाथ भर देंगे भंडार
ये भी पढ़ें: पानीपत की शोभना ने कड़ी मेहनत से संवारा चार बच्चों का भविष्य, आज खुद का है इतना बड़ा कारोबार