महासमुंद: जिले के स्वामी आत्मानन्द स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से अवैध तरीके से फीस की वसूली की जा रही है. मामले की जानकारी के बाद जहां एक ओर स्कूल की प्रिंसिपल ने सफाई के तौर पर कहा है कि पहले से ही ये वसूली प्रथा चलती आ रही है. वहीं, दूसरी ओर जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
जानिए पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला महासमुंद जिले के बागबाहरा स्थित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल का है. यहां 9वीं से 12वीं में पढ़ने वाले हर स्टूडेंट्स से 740 से लेकर 780 रुपये तक का शुल्क स्कूल की प्रिंसिपल की ओर से वसूला जा रहा है, जबकि स्वामी आत्मानंद स्कूल में बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा देने का प्रावधान है. यहां के स्टूडेंट्स ने इसकी शिकायत भी की. विरोध भी किया, हालांकि प्रिंसिपल ने डांटकर उनको चुप करा दिया. इसके बाद स्टूडेंट्स ने इसकी शिकायत की.
छात्रों से वसूला जा रहा फीस: यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट ने बताया कि, "उसने 780 फीस लिया गया. पिछले साल भी 780 रुपया लिया गया था. इसके अलावा फन फेयर, शिक्षक दिवस के नाम पर भी पैसे वसूले जाते हैं, जबकि स्वामी आत्मानंद स्कूल में फीस लेने का नियम ही नहीं है.ये फीस यहां की प्रिंसिपल मधु सिरमौर द्वारा लिया जाता है. जब फीस के रसीद की मांग की जाती है तो आनाकानी किया जाता है. कहा जाता है कि स्कूल में करीब 400 बच्चे पढ़ते हैं. सभी से फीस के नाम पर ऐसे ही पैसे लिए जा रहे हैं. इस पूरे मामले में प्रिंसिपल मधु सिरमौर ने पिछले प्राचार्य का हवाला देते हुए फीस लेने की बात कही.
शिक्षा विभाग के द्वारा जांच की रही है.जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. -मोहनराव सावंत, जिला शिक्षा अधिकारी, महासमुंद
बता दें कि महासमुंद के बागबाहरा स्थित स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में 9 से 12 क्लास में लगभग 400 बच्चे पढ़ते हैं. इन सभी छात्रों से 740 लेकर 780 रुपए तक फीस की वसूली की जाती है. फीस लेने के बाद बच्चों को रसीद देने में आनाकानी किया जा रहा था. ताकि इस वसूली की जानकारी किसी को न हो. इसले अलावा 200 रुपये और वसूला जा रहा है. हालांकि इन वसूली का कोई रिकॉर्ड नहीं था. वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच का आश्वासन दिया है.