जींद: एक तरफ जहां आज भी समाज में बेटी को एक बोझ माना जाता है. वहीं, महाराष्ट्र के एक दंपत्ति ने हरियाणा की एक बेटी को गोद लिया है. जींद डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि हरियाणा की बेटी मन्नत का पालन पोषण अब महाराष्ट्र के दंपत्ति करेंगे. इस बच्चे को हरियाणा बाल संरक्षण इकाई द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी कर महाराष्ट्र के दम्पति को गोद दिया गया है. इस बच्चे को गोद देने की कानूनी प्रक्रिया बाल संरक्षण इकाई द्वारा पूरी की गई.
उपायुक्त ने बच्ची के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि अब बच्ची का पालन पोषण उनके नए घर में होगा. उन्होंने कहा कि बच्चे को नया परिवार मिला है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वह नए परिवार को खुशहाली से भर देगी. उन्होंने बच्ची को गोद लेने वाले महाराष्ट्र के दम्पत्ति हरीश व पूजा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इसकी शिक्षा दीक्षा अच्छी तरह से की जाए. ताकि यह बड़ी होकर अपने मां-बाप का नाम रोशन कर सके. उन्होंने कहा कि हरियाणा बाल संरक्षण इकाई भारत की केंद्रीय अडॉप्शन एजेंसी कारा के नियमों के अंतर्गत अडॉप्शन कार्यक्रम चलाती है.
बाल संरक्षण इकाई द्वारा पोर्टल पर बेसहारा बच्चा अडॉप्शन के लिए आए आवेदन या बच्चे के माता-पिता की इच्छा अनुसार उनके निजी रिश्तेदार को बच्चा गोद दिये जाने की प्रक्रिया को पूर्ण करती है. बाल संरक्षण इकाई बाल कल्याण के क्षेत्र में पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. इसी कड़ी में जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा दरियावाला गांव की मन्नत के पिता पवन कुमार व माता की इच्छानुसार रानी की बहन (जो महाराष्ट्र के दम्पति है) को अपनी इच्छा अनुसार सभी कानूनी प्रक्रिया पूरा करने के बाद ही बच्ची को गोद दिया गया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही अडॉप्शन एजेंसी कारा के तहत सारी प्रक्रिया आनलाइन होती है और लम्बी प्रक्रिया उपरांत ही किसी भी बच्चे को अडॉप्शन में दिया जाता है. इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलोचना कुण्डू, जिला बाल संरक्षण अधिकारी सुजाता,विजय कुमार तथा बच्ची के पिताजी पवन कुमार व माताजी तथा गोद लेने वाले उनके रिश्तेदार महाराष्ट्र के दम्पत्ति मौजूद रहे.
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