झांसी: महारानी लक्ष्मीबाई राजकीय पैरा ट्रेनिंग मेडिकल कॉलेज में इस सत्र से तीन नये डिग्री कोर्स में प्रवेश शुरू होंगे. अभी तक इन कोर्स के डिप्लोमा कोर्स संचालित हो रहे थे, जिन्हें अब बंद कर दिया गया है. इसके अलावा बुंदेलखंड के युवाओं को रोजगारपरक और बेहद उपयोगी चिकित्सा पद्धति आधारित तीन नये डिग्री कोर्स लाने का प्रस्ताव भी भेज दिया गया है. ये नये कोर्स बेहद कम मेडिकल संस्थानों में उपलब्ध हैं. इसका सीधा लाभ यहां के युवाओं को मिलेगा.
वर्ष 2014 में लगभग 400 करोड़ की लागत से पैरामेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हुआ था. उस वक्त यहां चार डिप्लोमा कोर्स इन एमआरआई स्वै 3 टेक्नीशियन, डिप्लोमा इन एक्स-रे स्कैन टेक्नीशियन, डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी टेक्नीशियन शुरू किए गए थे. बाद में इसमें डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नीशियन कोर्स भी जोड़ दिया गया. वर्ष 2018 में यहां बीएससी नर्सिंग के रूप में पहला डिग्री कोर्स शुरू किया गया. इसके बाद से लगातार पैरामेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से नये डिग्री कोर्स शुरू करने का प्रयास शुरू किया गया.
वर्ष 2023 में यहां तीन और डिग्री कोर्स बैचलर इन फिजियोथेरेपी और बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नोलाजी और बैचलर तीन और डिग्री कोर्स बैचलर इन फिजियोथेरेपी, बैचलर इन मेडिकल लैब,टेक्नोलाजी व बैचलर इन मेडिकल रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी के रूप में तीन डिग्री कोर्स को मान्यता मिल गई थी, पर पिछले वर्ष इनका संचालन शुरू नहीं हो पाया.
बंद किए गए ये कोर्स: इस शैक्षणिक सत्र से इन तीनों डिग्री कोर्स में प्रवेश होंगे. इसके बदले में डिप्लोमा इन फिजियोथेरेपी, डिप्लोमा इन डिप्लोमा इन एमआरआई स्कैन टेक्नीशियन व डिप्लोमा इन एक्स-रे स्कैन टेक्नीशियन कोर्स बंद कर दिए गए हैं. अब यहां डिप्लोमा इन डायलिसिस टेक्नीशियन कोर्स ही संचालित होगा. इसके अलावा बुंदेलखंड के युवाओं को रोजगारपरक कोर्स कराने की दिशा में भी पैरामेडिकल कॉलेज प्रशासन काम कर रहा है.
डिग्री और इंटर्नशिप के साथ ये कोर्स रोजगार दिलाने में करेंगे मदद: इसके तहत बीएससी इन हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन, बैचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी और बीएससी इन कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी जैसे तीन नये डिग्री कोर्स शुरू करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है. उम्मीद जताई जा रही है, कि इस वर्ष के अंत तक इन कोर्स को भी मान्यता मिल जाएगी. अगले वर्ष से इन कोर्स में भी प्रवेश दिया जाने लगेगा. पैरामेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. अंशुल जैन ने बताया, कि इसी सत्र से तीन नए डिग्री कोर्स में प्रवेश शुरु हो जाएंगे. छात्रों को डिग्री और इंटर्नशिप के साथ ये कोर्स रोजगार दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे.