प्रयागराज: सिपाही भर्ती परीक्षा निरस्त होने के बाद अब आरओ एआरओ की भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग ने जोर पकड़ लिया है. इसको लेकर एक बार फिर से अभ्यर्थियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. प्रयागराज में अभ्यर्थियों की भीड़ इस बार यूपी लोकसेवा की जगह सिविल लाइंस के धरना स्थल पर जुटी है. अभ्यर्थियों ने सिर्फ एक ही मांग है कि समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के चार सौ से अधिक पदों के लिए 11 फरवरी को हुई भर्ती परीक्षा को निरस्त कर दिया जाए. आरोप है कि परीक्षा का पेपर लीक हुआ है. आयोग परीक्षा निरस्त कर पुनः भर्ती परीक्षा आयोजित करने की डेट घोषित करे.
अब आरओ एआरओ भर्ती परीक्षा निरस्त करने की मांग: बता दें कि उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की ओर से समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी के 4 सौ से अधिक पदों पर भर्ती के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन 11 फरवरी को किया गया था. अभ्यर्थियों का आरोप है कि 11 फरवरी को भर्ती परीक्षा के दौरान पेपर लीक हो गया था. एक तरफ परीक्षा चल रहे थी, दूसरी तरफ से उसका पेपर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था. परीक्षा के एक दिन बाद 12 फरवरी से ही अभ्यर्थियों ने यूपी लोकसेवा आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. 24 फरवरी को अभ्यर्थियों ने महापंचायत आयोजित की थी. जिसमें प्रदेश भर से छात्र आकर आयोग के बाहर विरोध प्रदर्शन करने में जुटे हुए थे. उसी दौरान आधी रात के समय आयोग के सचिव और अभ्यर्थियों के बीच वार्ता हुई थी. जिसके बाद अभ्यर्थी वापस लौट गए थे.
सिविल लाइन में अभ्यार्थियों की महापंचायत 2.0: हालांकि इस बार विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की भीड़ का कहना है कि आयोग ने साक्ष्य देने के लिए समय दिया है. लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकलने वाला है. जिस कारण अब अभ्यर्थियों ने महापंचायत -2 का आयोजन किया गया है. जिसमें शामिल होने के लिए अब अभ्यर्थी यूपी लोकसेवा आयोग की जगह सिविल लाइंस के धरना स्थल पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि वो पुनर्परीक्षा की मांग पूरी हुए बिना वापस नहीं लौटेंगे.