नई दिल्ली: भाई बहन का पावन त्योहार रक्षाबंधन सोमवार को मनाया जाएगा. इसको लेकर देशभर में उत्साह का माहौल है. यह पर्व श्रावण मास के पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, जो सोमवार को है. रक्षाबंधन के दिन शुभ मुहूर्त में राखी बांधने का एक अपना ही महत्व होता है. इस वर्ष रक्षाबंधन पर पूरे दिन राखी बांधने का मुहूर्त नहीं है. इस बार दोपहर के बाद मुहूर्त पड़ रहा है. इसी को लेकर दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर के पीठाधीश्वर महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत का कहना है कि सोमवार दोपहर 1:32 के बाद रक्षाबंधन बांधना शुभ होगा. क्योंकि सोमवार को 1:32 बजे तक भद्रा काल है. भद्रा काल में कोई भी शुभ कार्य सनातन मान्यता के अनुसार नहीं होता है.
महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि रक्षाबंधन का त्यौहार इस बार श्रावण पूर्णिमा 19 अगस्त दिन सोमवार को पड़ रहा है. इस दिन बहने अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधेगी और उन्हें अपनी रक्षा का दायित्व सौपेंगी. ताकि आवश्यकता पड़ने पर भाई उनकी रक्षा करे. इसी कामना के साथ बहनें अपने भाई की दीर्घायु और स्वस्थ रहने की प्रार्थना करती है. सोमवार के दिन भद्रा का काल 1:32 बजे तक है. इसलिए भद्रा काल में रक्षाबंधन का त्यौहार नहीं मनाया जाना चाहिए.
भद्रा काल के दौरान कोई भी मांगलिक कार्य करना वंचित है. 1:32 बजे से लेकर रात्रि के 9:00 बजे तक रक्षा सूत्र/राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है. इस दौरान बहनें अपने भाई को रक्षा सूत्र बांध सकती है. इस दिन विशेष मुहूर्त 3:38 बजे से लेकर शाम को 6:00 बजे तक का रक्षा सूत्र बांधना अति शुभ है. क्योंकि इस दौरान अमृत का चौहड़िया है. इस दौरान रक्षा सूत्र बांधना बहुत ही शुभ और लाभदायक होगा. बता दें कि रक्षाबंधन को लेकर दिल्ली में खूब रौनक देखी जा रही है. जगह-जगह राखी और मिठाइयों की दुकान सज चुकी हैं. वहीं बहनें जगह-जगह मेहंदी भी लगवाती हुई नजर आ रही है.
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