अयोध्या: लोकसभा चुनाव 2024 में फैजाबाद सीट पर हार के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. भारतीय जनता पार्टी के लिए महत्वपूर्ण सीट रही अयोध्या में हार के कारणों को लेकर मंथन किया जा रहा है. गुरुवार रात 11 बजे सरयू अतिथि भवन में प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों की मौजूदगी में प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, महापौर और भाजपा के प्रमुख पदाधिकारीयों की समीक्षा बैठक हुई.
समीक्षा बैठक में हनुमान गढ़ी के महंत राजू दास ने अयोध्या में बंदिशों को लेकर शिकायत शुरू की तो अधिकारी नाराज हो गए. इस दौरान जिलाधिकारी नीतीश कुमार के बीच राजू दास की जमकर बहस भी हुई. इसके बाद पुजारी की सुरक्षा को प्रशासन ने हटा दिया. वहीं महंत राजू दास ने हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. कहा कि प्रशासनिक अधिकारी समाजवादी पार्टी की मानसिकता से कार्य कर रहे हैं. राजू दास ने कहा कि हिंदुत्व के लिए काम करने के नाते किसी को तकलीफ हो रही है. इसलिए उन्होंने यह सुरक्षा हटाई है, जो दुखद है. कहा कि हम लोग यहां पर चुनाव हारे यह बहुत ही दुखद है. इसका मंथन हम सभी कर रहे हैं.
महंत का आरोप है कि कुछ विक्षिप्त मानसिकता के अधिकारियों को लोकतंत्र और संविधान में आस्था नहीं है. प्रशासन ने हमारी सुरक्षा वापस ली है, लेकिन हमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर विश्वास है. वहीं अपनी हत्या की आशंका को जताते हुए उन्होंने कहा कि आए दिन सोशल मीडिया पर तमाम धमकी मिली रही हैं. इसके बावजूद अधिकारियों ने सुरक्षा हटा ली है. इसका यही मतलब होता है कि यह हत्या कराने की साजिश है. चुनाव में हार के बाद देशभर से हिंदुत्व को लेकर अपशब्दों का प्रयोग किया गया यह पीड़ा है.
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