प्रयागराज : संगमनगरी में लगने वाले महाकुंभ 2025 मेले की शुरुआत से पहले अखाड़ों के शिविर लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. गुरुवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की तरफ से मेला क्षेत्र में भूमि पूजन किया गया. दोनों अखाड़ों के महंत और श्री महंत समेत अन्य संतों ने मिलकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया.
बड़ा उदासीन अखाड़े के श्री महंत दुर्गादास जी महाराज ने बताया कि कुंम्भ मेला क्षेत्र में शिविर निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है. महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी से होने वाली है. उससे पहले तंबूओं के शहर को बसाने का काम शुरू कर दिया गया है. इसी कड़ी में श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण और श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन की तरफ से भूमि पूजन किया गया. गुरुवार की सुबह महाकुम्भ मेला क्षेत्र के त्रिवेणी मार्ग पर अखाड़े की भूमि का आवंटन हुआ था. उसी स्थान पर गुरुवार को संतों की मौजूदगी में भूमि पूजन किया गया.
मंत्रोच्चार के बीच हुआ भूमि पूजन : मेला क्षेत्र में त्रिवेणी रोड पर श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन की तरफ से विधि विधान के साथ भूमि पूजन किया गया.श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन और श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन को मेला क्षेत्र में जो भूमि आवंटित की गई है, उसी भूमि पर अखाड़े के महंत श्री महंत और संतों की मौजूदगी में भूमि पूजन किया गया. श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के श्री महंत और अखिल भारतीय आखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत दुर्गादास ने कहा कि इस तरह से विधि विधान से पूजा पाठ करके शिविर की स्थापना करने से किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं होगी.
भूमि पूजन के साथ शुरू होगा शिविर बसाने का कार्य : श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के प्रवक्ता महंत व्यास मुनि महाराज ने बताया कि गुरुवार को उनके अखाड़े के साथ ही श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन ने भी भूमि पूजन किया है.दोनों अखाड़ों के भूमि पूजन के साथ अब इस भूमि पर शिविर लगाने का काम शुरू कर देंगे. बताया कि अब इसी भूमि पर अखाड़े के देवताओं के लिए मंदिर और धर्म ध्वजा के लिए चबूतरे का निर्माण किया जाएगा. इसके साथ ही अखाड़े की रसोई और अन्य प्रकार के निर्माण शुरू किए जाएंगे. सभी कार्यो को मेला शुरू होने से पहले पूरा करने के लिए काम को तेज गति से किये जाएंगे.