प्रयागराज : महाकुंभ 2025 में अलग-अलग अखाड़ों के साधु-संतों के दर्शन, धार्मिक और सांस्कृतिक अदभुत बना देते हैं, लेकिन इस बार शहर में थीम आधारित लाइटों के अलावा खास आकार वाले प्रवेश द्वार और स्तंभ श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे. साथ ही महाकुंभ की दिव्यता का अनुभव कराएंगे. इसके लिए सड़कों के अलावा अन्य प्रमुख स्थलों पर कुल 84 थीमेटिक द्वार बनाए जाएंगे, जिस पर 20.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
महाकुंभ में इस बार ऊं, तीर-धनुष, संगम में स्नान करते साधु, शंख समेत महाकुंभ की महात्मा को बताने वाली आकृतियां वाले स्तंभ लगाए जाएंगे. सभी पर कलश की आकृतियां भी खास होंगी. कलश, शंख, तीर-धनुष, डमरू, त्रिशूल की आकृतियां आकर्षण का केंद्र होंगी. मेले के लिए पूरे प्रयागराज शहर को हाईटेक तकनीकी एलईडी बल्ब से सजाया और संवारा जा रहा है. प्रयागराज शहर के प्रमुख मार्गों पर संस्कृति और सभ्यता को प्रदर्शित करने के लिए कुंभ कलश और तमाम तरह के धार्मिक प्रतीक चिन्ह को लाइट के माध्यम से प्रदर्शित किया जा रहा है, जिससे आने वाले महाकुंभ में श्रद्धालुओं को प्रयागराज के धार्मिक और पौराणिक महत्व का ज्ञान हो सके.
चीफ इंजीनियर संजय कटियार ने बताया कि 23 रोड चिन्हित किए गए हैं. इन न्याय मार्ग में तराजू लगाया गया है, कहीं स्वास्तिक लगाया गया है तो कहीं पर कलाकृतियां लगाई गई हैं, जिसे सनातन धर्म को बढ़ावा दिया जा सके.
बता दें कि इस बार महाकुंभ को दिव्य और भव्य बनाने के लिए सरकार और मेला प्रशासन ने शुरू से ही कमर कस रखी थी. मेला शुरू होने में लगभग 2 महीने बाकी हैं, लेकिन अभी से ही पूरे शहर में विकास कार्य तेजी से किया जा रहे हैं.
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