उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा फिलहाल क्रिस्टल कंपनी के पास है. श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई. इसके लिए मुंबई की क्रिस्टल कंपनी को ठेका दिया गया है. जिसमें 630 सुरक्षाकर्मी महाकाल मंदिर में लगाए गए हैं. जिसका महीने का खर्चा ₹80 लख रुपए के आसपास है. इसके बाद भी आए दिन महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं के साथ मारपीट ठगी और दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आ रही हैं.
महाकाल के भक्तों के साथ बदसलूकी के मामले बढ़े
महाकाल के भक्तों के साथ बदसलूकी को लेकर कंपनी को नोटिस भी दिए गए. लेकिन अब तक सुधार नहीं हुआ है. अब कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कंपनी को अंतिम चेतावनी दी है. कलेक्टर का कहना है "हमारे पास विकल्प हैं, उस पर विचार कर रहे हैं. क्रिस्टल कंपनी के कार्यों में सुधार नहीं हुआ, भक्तों से राशि लेने की कई बार शिकायतें आईं और एफआईआर भी दर्ज कराई गई हैं." बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर की दर्शन व्यवस्थाओं को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत घटिया विधानसभा के विधायक सतीश मालवीय ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से की है.
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श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की घटनाएं आम बात
बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर में रोज नए-नए विवाद सामने आ रहे हैं. सुरक्षा कर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की घटना हो रही हैं. श्रद्धालुओं के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है. भस्म आरती और अन्य दर्शनों के नाम पर श्रद्धालुओं के साथ ठगी की घटनाएं सामने आई हैं. तीन दिन पहले ही एक कर्मचारी पर महिला के साथ छेड़छाड़ करने का भी आरोप लगा था, जिसमें केस दर्ज किया गया है. मंदिर समिति की तरफ से बार-बार नोटिस देने के बावजूद भी कंपनी के कर्मचारियों में कोई सुधार नहीं हुआ.