प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद की करोड़ों की संपत्ति पर अवैध कब्जा किए जाने के मामले में एसडीएम की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है. एसडीएम अभिषेक कुमार सिंह की तरफ से सिविल लाइंस थाने में तहरीर दी गई, जिसमें कहा गया है कि अतीक अहमद केनियमों के विपरीत करवाए गए निर्माण को 2020 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने ध्वस्त कर दिया था. उस जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जा किया जा रहा है. जिनका पता लगाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाई की जाए. सिविल लाइंस पुलिस ने एसडीएम सदर की तहरीर पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
पुलिस को दी गयी तहरीर में बताया गया है कि चकिया के रहने वाले अतीक अहमद ने 2006 में मार्केट रेट से कई गुना कम कीमत देकर जमीन खरीदी थी. माफिया ने रसूख और गुंडई के दम पर धन अर्जित कर अब्दुल रव से 571.66 वर्ग मीटर जमीन सिविल लाइंस में हाईकोर्ट के पास खरीदी थी. इसके साथ ही उस जमीन पर मानक और नियमों के विपरीत निर्माण करवाया था.
माफिया अतीक के कब्जे वाली इस 571.66 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध तरीके से नियमों के विपरीत निर्माण करवाया गया, जिसपर पीडीए ने 2020 में ही इसे ध्वस्त कर दिया था, लेकिन उस जमीन पर तमाम लोगों ने कब्जा करके अपने नाम का बोर्ड लगा लिया है. जिसकी जानकारी होने के बाद एसडीएम ने जांच करवाई और उसके बाद सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कर कार्यवाई के लिए तहरीर दी. उन्होंने शिकायत पत्र आरोप लगाया है कि भूखण्ड पर कतिपय व्यक्तियों द्वारा अवैध निर्माण करने का प्रयास किया जा रहा है. इसलिए उस जमीन पर अवैध निर्माण करने वाले व्यक्तियों का पता लगाकर उनके खिलाफ कार्यवाई करने करने की मांग की है.
माफिया अतीक अहमद के पर यह आरोप भी है कि उसने 2006 में अब्दुल रव से कीमती जमीन को करीब आधे दाम में खरीदा था.रजिस्ट्री में पेपर से यह पता चलता है कि अतीक ने 571.66 वर्गमीटर जमीन अपने नाम पर रजिस्ट्री करवा ली थी. उस वक्त इस जमीन की कीमत 25 लाख से अधिक थी जबकि अतीक ने महज 14 लाख 85 हजार रुपये में रजिस्ट्री करवाई थी. जबकि उस जमीन की कीमत अभी 5 करोड़ तक पहुंच गई है. हाईकोर्ट के नजदीक इस बेशकीमती जमीन पर अतीक अहमद अपने बेटे के लिए लॉ फर्म बनवाना चाहता था, लेकिन अवैध निर्माण होने के चलते उसे 2020 में ध्वस्त कर दिया गया. अब उसी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है, जिसको लेकर एसडीएम ने पुलिस से शिकायत की है.