प्रयागराज : पुलिस ने 5 लाख की रंगदारी मांगने के आरोपी माफिया अतीक अहमद के रिश्तेदार मास्टर जैद और उसके साथी मोहम्मद हासिर के घर मुनादी कर भगोड़ा घोषित करने का नोटिस चस्पा किया है. इसके साथ ही पुलिस की तरफ से नोटिस में चेतावनी दी गई है कि आरोपियों ने तय समय सीमा के अंदर कोर्ट या पुलिस के सामने सरेंडर नहीं किया तो उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी. मास्टर जैद के खिलाफ वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली अम्माद हसन की तरफ से अप्रैल में 5 लाख की रंगदारी मांगने समेत जान से मारने की धमकी देने और अन्य धाराओं में केस दर्ज करवाया गया था. जैद अतीक के भाई अशरफ का साला है.
प्रयागराज के शाहगंज थाने में वक्फ बोर्ड के मुतवल्ली अम्माद हसन की तरफ से अप्रैल में केस दर्ज करवाया गया था. जिसमें आरोप लगाया था कि अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के के साले मास्टर जैद ने अपने गुर्गों से उनके मुंशी को रंगदारी के लिए धमकाया. साथ ही मुंशी से 30 हजार रुपये छीन लिए. जैद ने 5 लाख की रंगदारी न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी है. जिसके बाद मुतवल्ली अम्माद हसन की तहरीर और उनके कर्मचारी के बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. उसी दौरान आरोपी मास्टर जैद घर से फरार हो गया. अभी तक वह पुलिस को चकमा देकर लगातार फरार चल रहा है. उसी के तहत कोर्ट के आदेश पर बुधवार को शाहगंज थाने की पुलिस ने आरोपी मास्टर जैद के घर पर उसे भगोड़ा घोषित करते हुए नोटिस चस्पा कर दिया है. इसके साथ ही मौके पर मुनादी कर उसे भगोड़ा घोषित किया गया. तय समय सीमा के अंदर आरोपी कोर्ट में सरेंडर नहीं करता है तो उसके खिलाफ धारा 83 की कुर्की की कार्यवाई की जाएगी. पुलिस ने जैद मास्टर के साथ ही उसके सहयोगी मोहम्मद हासिर के खिलाफ भी यही कार्रवाई की है.
एसीपी मनोज सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर शाहगंज पुलिस की तरफ से पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हटवा इलाके में अशरफ के साले मास्टर जैद और उसके सहयोगी मोहम्मद हासिर के घर पर नोटिस चस्पा कर भगोड़ा घोषित करने की कार्रवाई की गई है. बताया कि इस नोटिस के बाद भी अगर आरोपी कोर्ट में हाजिर नहीं होते हैं या पुलिस के पास सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ धारा 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई को शुरू किया जाएगा.
वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर अशरफ और उसके ससुराल वालों का कब्जा: बता दें कि प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई ख़ालिद अज़ीम उर्फ अशरफ और उसके ससुराल वालों का कब्जा था. माफिया और उसके रिश्तेदारों का कब्जा हटवाने के लिए मुतवल्ली अम्माद हसन ने पुलिस से शिकायत की थी. जिसके बाद वक्फ की संपत्ति से न सिर्फ माफिया का कब्जा हटाया गया था बल्कि अवैध निर्माणों को ध्वस्त भी किया गया था. शिकायतकर्ता को माफिया की तरफ से धमकियां मिलने लगी थीं. उसी के बाद वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी का किराया लेने गए कर्मचारी से रंगदारी मांगने के साथ ही उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई.