प्रयागराज : वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के ससुराल वालों के कब्जे को हटवाने वाले मुतवल्ली को अब धमकियां मिलने लगी हैं. वक्फ बोर्ड से जुड़े कर्मचारी से रंगदारी मांगने के साथ ही मुतवल्ली को जान से मारने की धमकी भी दी गई है. इसके बाद डरे सहमे कर्मचारी ने शाहगंज थाने में पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने अशरफ के दो सालों और एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. सद्दाम और मास्टर जैद के खिलाफ 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शाहगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
वक्फ बोर्ड की 70 करोड़ की जमीन पर था कब्जा : प्रयागराज में वक्फ बोर्ड की तरफ से अम्माद हसन को मुतवल्ली बनाया गया है. उन्होंने अशरफ और उसके ससुराल वालों के कब्जे वाली 70 करोड़ की वक्फ संपत्ति को खाली करवाने की कवायद शुरू की. पूरामुफ्ती इलाके में वक्फ की कई बीघे जमीन को अशरफ और उसके ससुराल वालों ने हड़प लिया था. उसी जमीन पर अशरफ ने एक घर भी बनवाया था. जिसे पुलिस कुर्क भी कर चुकी है.
इसके बाद मुतवल्ली अम्माद हसन को धमकाया जाने लगा. इस मामले में भी मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है. इसी बीच 3 अप्रैल को वक्फ की संपत्ति का किराया वसूलने गए कर्मचारी को बीच रास्ते रोककर 5 लाख की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के साथ ही किराए के 30 हजार रुपये भी ले लिए गए. पूरी घटना शहर के बीच शाहगंज थाना क्षेत्र की है.
3 अप्रैल को अम्माद हसन का कर्मचारी फूलचंद्र केशरवानी शाहगंज इलाके में वक्फ की संपत्तियों का किराया वसूलने गया था. कर्मी किराया लेकर लौट रहा था. उसी दौरान बिना नंबर की बाइक से पहुंचे हेलमेट सवार ने खुद को अशरफ का साला मास्टर जैद बताया. कहा कि जेल में बंद अब्दुल समद उर्फ सद्दाम ने अम्माद हसन से 5 लाख रुपये की मांग की है. अम्माद से कह दो रुपये की व्यवस्था कर दें नहीं तो जान से मार देंगे.
इसके बाद बाइक सवार फूलचंद्र के पास मौजूद किराए का 30 हजार रुपया लेकर धमकाता हुआ निकल गया. फूलचंद्र ने मालिक अम्माद हसन को पूरी घटना बताई. पुलिस ने अशरफ के साले सद्दाम और मास्टर जैद के साथ ही अज्ञात के खिलाफ रंगदारी मांगने-धमकाने समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. डीसीपी सिटी दीपक भूकर ने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद कार्रवाई होगी.
अशरफ का एक साला जेल में, जबकि दूसरा है फरार : अशरफ के दो साले हैं. एक मास्टर जैद और दूसरा अब्दुल समद उर्फ सद्दाम. सद्दाम उमेश पाल मर्डर केस में आरोपी है. इसी मामले में शूटरों से अशरफ को मिलवाने समेत अन्य आरोपों की वजह से उसे कई महीनों की फरारी के बाद पुलिस गिरफतार कर जेल भेज चुकी है. जिस वक्त सद्दाम पकड़ा गया था उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र में वक्फ बोर्ड की 70 करोड़ की संपत्ति पर अशरफ और उसके ससुराल वालों का कब्जा था. मुतवल्ली अम्माद हसन ने मुकदमा दर्ज करवाया. वक्फ की संपत्ति पर कब्जा कर उसे बेचने समेत अन्य आरोपों में नाम आने के बाद से अशरफ का साला मास्टर जैद भी फरार हो गया. पुलिस उसकी तलाश कर रही है.
यह भी पढ़ें : प्रेमानंद महाराज की शरण में पहुंचीं भाजपा प्रत्याशी हेमा मालिनी, संत ने दी सीख, बोले- समाज को दीजिए समय