भोपाल: मध्य प्रदेश में पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक के करीब 23 लाख से अधिक स्कूली छात्र ऐसे हैं, जो शैक्षणिक सत्र 2023-24 पूरा करने के बाद वापस स्कूल नहीं लौटे. इन विद्यार्थियों ने किसी दूसरे स्कूलों में भी एडमिशन नहीं लिया है. इतनी बड़ी संख्या में छात्रों का स्कूल छोड़ना अब स्कूल शिक्षा विभाग के लिए परेशानी का कारण बन गया है. इसको लेकर अधिकारी मंथन कर रहे हैं कि किस प्रकार छात्रों को वापस स्कूल बुलाया जाए.
छात्रों को ढूंढकर स्कूलों में कराएंगे नामांकन
स्कूल शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार, शैक्षणिक सत्र 2023-24 में 1,37, 84,369 छात्रों ने पंजीकरण कराया था, जबकि वर्ष 2024-25 में 1,14,10,911 विद्यार्थियों का पंजीकरण हुआ है. जो कि गत वर्ष 2023-24 की तुलना में 23,73,458 कम है. यानि 23 लाख से अधिक छात्रों का स्कूलों से मोहभंग हो गया है. अब ऐसे छात्रों को ढूंढने के लिए विभाग ने शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है. ऐसे विद्यार्थियों को खोजकर वापस स्कूल में नामांकन करवाने व नामांकित विद्यार्थियों की मेपिंग करवाने के निर्देश दिए गए हैं.
राजधानी में 1.22 लाख छात्रों ने छोड़ी पढ़ाई
प्रदेश के सभी जिलों में भोपाल नामांकन के मामले में 52वें नंबर पर है. पहली से आठवीं तक वर्ष 2023-24 में 2,92,377 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था. वहीं वर्ष 2024-25 में 2,05,950 विद्यार्थियों ने ही नामांकन कराया है, जबकि पहली से 12वीं के नामांकन की बात करें तो भोपाल जिले में पिछले वर्ष की तुलना में 1,22,759 विद्यार्थियों ने पढ़ाई छोड़ दी है. राजधानी के सरकारी स्कूलों में पिछले साल की तुलना में 39.17 प्रतिशत नामांकन कम हुए हैं. मध्य प्रदेश में पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत नामांकन कम हुआ है. वर्ष 2023-24 की तुलना में इस बार 84.8 फीसदी ही नामांकन हुआ है. स्कूल शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश की सभी कक्षाओं में कम नामांकन हुआ है.