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मधुबनी के RJD उम्मीदवार फातमी का आरोप- 'सत्ता पक्ष के विधायक ने अल्पसंख्यक वोटरों को किया परेशान' - Madhubani Lok Sabha

RJD candidate Ali Ashraf Fatmi: मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार अली अशरफ फातमी ने सत्ता पक्ष पर गंभीर आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सत्ता पक्ष के विधायक ने अल्पसंख्यक वोटरों को परेशान किया. उन्होंने बूथ पर जाकर हंगामा किया ताकि मतदान प्रभावित हो.

Madhubani Lok Sabha
मधुबनी लोकसभा से राजद उम्मीदवार का आरोप (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 27, 2024, 8:31 PM IST

पटना: बिहार के मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने सोमवार को प्रेस वार्ता में सता पक्ष जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक वोटरों के साथ बदसलूकी की गई.

वोटिंग परसेंट गिराने की थी साजिश: उन्होंने कहा कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के अल्पसंख्यक वोटरों को घर से नहीं निकलने देने का पूर्व से ही प्लान था. इलेक्शन के 6 दिन पहले मुझे खबर मिली की अल्पसंखयक वोटर को निकलने नहीं देना है. इतने लोग की पिटाई की गई ताकि वोटिंग परसेंटेज गिर जाए. इसी के अंतर्गत जाले विधानसभा क्षेत्र के देवरा बंदोली गांव में जहां मुसलमान की बड़ी आबादी है, वहां पर बुर्का और दाढ़ी वालों के साथ बदसुलूकी की गई और बाद में उनके साथ बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा के कहने पर मुस्लिम बच्चियों को थाने में ले जाकर बंद कर दिया गया.

बुर्के को लेकर एजेंडा बना रहे: उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद आचार संहिता मामले पर पूरे जिला में पीआर बांड के अंतर्गत सभी को छोड़ दिया गया. लेकिन इस गांव की बच्चियों को छोड़ा नहीं गया और इसे दूसरी तरह से प्रचारित किया जाने लगा. जिस तरह से पूरे देश भर में बुर्का को लेकर एजेंडा बनाकर भाजपा राजनीति कर रही है, इस तरह के कृत्यों के सहारे पूरे इलाके में आतंक का माहौल खड़ा कर दिया गया है और बच्चियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है यह स्पष्ट करता है कि भाजपा का महिलाओं के प्रति क्या सोच है.

मामले को भड़काने का प्रयास: उन्होंने कहा कि पुलिस पहले ही पूर्व मंत्री के इशारे पर महिलाओं के साथ वोट डालने से पहले जिस तरह का दुरर्व्यवहार कर रही थी, वह स्पष्ट रूप से देखा गया. जबकि सबको पता है कि चुनाव के कार्यों को पीठासीन पदाधिकारी देखने का काम करते हैं और वोटर की पहचान भी उनके ही माध्यम से होती है, लेकिन संघ परिवार और भाजपा के कहने पर स्थानीय डीएसपी के द्वारा कहीं ना कहीं मामले को भड़काने का प्रयास किया गया है. इस तरह के मामले में जो आतंक का माहौल खड़ा कर दिया गया है उसपर रोक लगनी चाहिए.

"ओवैसी की पार्टी के पास ना नियत है और ना ही कार्यकर्ता है. ये संघ को गाली देकर भाजपा से हाथ मिला लेते हैं. लेकिन अब वह एक्सपोज हो गए है. इनका संघ परिवार और भाजपा से अच्छा रिश्ता है ये बस दिखाने के लिए उनके खिलाफ बोलते है." - अली अशरफ फातमी, राजद उम्मीदवार, मधुबनी लोकसभा

इलेक्शन के बाद जवाब दिया जाएगा: वहीं, अमित शाह द्वारा मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने वाले बयान को लेकर कहा कि ये हिंदू मुस्लिम करके पूरा चुनाव लड़ना चाहते हैं. इलेक्शन के बाद इसका जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जिस तरह का माहौल मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में बनाने का काम किया है, यह कहीं से भी उचित नहीं है. समझदार लोग इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे. साथ ही हम जिला प्रशासन से भी अनुरोध करेंगे कि चुनाव के दिन जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी या जिन पर मामले दर्ज किए थे, इसकी निष्पक्ष जांच की जाए.

इसे भी पढ़े- AIMIM उन सीटों पर उम्मीदवार उतार रहा, जहां लाख-दो लाख हैं मुस्लिम वोटर...जानिए किसका गेम बिगाड़ेंगे ओवैसी - Lok Sabha Election 2024

पटना: बिहार के मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने सोमवार को प्रेस वार्ता में सता पक्ष जमकर हमला बोला. उन्होंने आरोप लगाया कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक वोटरों के साथ बदसलूकी की गई.

वोटिंग परसेंट गिराने की थी साजिश: उन्होंने कहा कि मधुबनी लोकसभा क्षेत्र के अल्पसंख्यक वोटरों को घर से नहीं निकलने देने का पूर्व से ही प्लान था. इलेक्शन के 6 दिन पहले मुझे खबर मिली की अल्पसंखयक वोटर को निकलने नहीं देना है. इतने लोग की पिटाई की गई ताकि वोटिंग परसेंटेज गिर जाए. इसी के अंतर्गत जाले विधानसभा क्षेत्र के देवरा बंदोली गांव में जहां मुसलमान की बड़ी आबादी है, वहां पर बुर्का और दाढ़ी वालों के साथ बदसुलूकी की गई और बाद में उनके साथ बिहार सरकार के पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा के कहने पर मुस्लिम बच्चियों को थाने में ले जाकर बंद कर दिया गया.

बुर्के को लेकर एजेंडा बना रहे: उन्होंने कहा कि चुनाव खत्म होने के बाद आचार संहिता मामले पर पूरे जिला में पीआर बांड के अंतर्गत सभी को छोड़ दिया गया. लेकिन इस गांव की बच्चियों को छोड़ा नहीं गया और इसे दूसरी तरह से प्रचारित किया जाने लगा. जिस तरह से पूरे देश भर में बुर्का को लेकर एजेंडा बनाकर भाजपा राजनीति कर रही है, इस तरह के कृत्यों के सहारे पूरे इलाके में आतंक का माहौल खड़ा कर दिया गया है और बच्चियों के साथ जिस तरह का व्यवहार किया जा रहा है यह स्पष्ट करता है कि भाजपा का महिलाओं के प्रति क्या सोच है.

मामले को भड़काने का प्रयास: उन्होंने कहा कि पुलिस पहले ही पूर्व मंत्री के इशारे पर महिलाओं के साथ वोट डालने से पहले जिस तरह का दुरर्व्यवहार कर रही थी, वह स्पष्ट रूप से देखा गया. जबकि सबको पता है कि चुनाव के कार्यों को पीठासीन पदाधिकारी देखने का काम करते हैं और वोटर की पहचान भी उनके ही माध्यम से होती है, लेकिन संघ परिवार और भाजपा के कहने पर स्थानीय डीएसपी के द्वारा कहीं ना कहीं मामले को भड़काने का प्रयास किया गया है. इस तरह के मामले में जो आतंक का माहौल खड़ा कर दिया गया है उसपर रोक लगनी चाहिए.

"ओवैसी की पार्टी के पास ना नियत है और ना ही कार्यकर्ता है. ये संघ को गाली देकर भाजपा से हाथ मिला लेते हैं. लेकिन अब वह एक्सपोज हो गए है. इनका संघ परिवार और भाजपा से अच्छा रिश्ता है ये बस दिखाने के लिए उनके खिलाफ बोलते है." - अली अशरफ फातमी, राजद उम्मीदवार, मधुबनी लोकसभा

इलेक्शन के बाद जवाब दिया जाएगा: वहीं, अमित शाह द्वारा मुस्लिम आरक्षण को खत्म करने वाले बयान को लेकर कहा कि ये हिंदू मुस्लिम करके पूरा चुनाव लड़ना चाहते हैं. इलेक्शन के बाद इसका जवाब दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जिस तरह का माहौल मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में बनाने का काम किया है, यह कहीं से भी उचित नहीं है. समझदार लोग इन बातों पर ध्यान नहीं देंगे. साथ ही हम जिला प्रशासन से भी अनुरोध करेंगे कि चुनाव के दिन जिन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी या जिन पर मामले दर्ज किए थे, इसकी निष्पक्ष जांच की जाए.

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