जयपुर. प्रदेश भाजपा में एक बार फिर नए सिरे से प्रदेश संगठन से लेकर जिला इकाई और मंडल तक बदलाव की तैयारी हो रही है. बीजेपी के नये प्रदेश अध्यक्ष अपनी ही टीम के साथ काम करेंगे, इसके संकेत उन्होंने साफ दे दिए. हालांकि उपचुनाव से पहले बड़े स्तर पर बदलाव होना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन कुछ स्थानों पर बदलाव की शुरुआत हो गई है. मदन राठौड़ ने कहा कि अभी सिर्फ स्टेपनी बदली जा रही है, जल्दी ही नये सिरे से बदलाव दिखेगा, हमारे ऊपर किसी तरह की कोई पाबंदी नहीं है.
एक जिला अध्यक्ष और दो सह प्रभारी नियुक्त : दरअसल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री जितेंद्र कोतवाल ने करौली जिला अध्यक्ष के पद पर बदलाव करते हुए शिव कुमार सैनी को करौली जिला का अध्यक्ष नियुक्त किया है, जबकि भवानी शंकर शर्मा और रजनीश चनाना को प्रदेश कार्यालय सह प्रभारी नियुक्ति किया है. मदन राठौड़ के अध्यक्ष बनने के बाद यह तीन बड़े बदलाव बड़े स्तर पर देखे जा रहे हैं, साथ ही, इस घोषणा से यह कयास लगाए जा रहे की प्रदेश के बाकी जिलों में भी भाजपा जल्द ही जिला अध्यक्षों की घोषणा कर सकती है. जिला अध्यक्ष के साथ मोर्चों और विभागों में बदलाव की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है.
अभी स्टेपनी बदली है, नये सिरे भी होगा बदलाव : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपने नई टीम की घोषणा को लेकर कहा कि अभी कोई बहुत बड़ा फेरबदल नहीं करेंगे, लेकिन कहीं कोई टायर पंचर हो जाए तो स्टेपनी लगानी पड़ती है, यह तो करना ही पड़ेगा, वही किया जा रहा है. कहीं पर लगेगा की कल पुर्जों में आवाज आ रही है, तो उसको भी ठीक करना पड़ता है. उसको टाइट करें ताकि आवाज नहीं आए, इसके उन्होंने कहा कि कहीं कुछ चेंज करना पड़े तो वह भी करना ही है, लेकिन अभी कोई बड़ा बदलाव हो ऐसा नहीं है. हालांकि हमारे ऊपर न कोई प्रतिबंध में नहीं है और नहीं कुछ छूट है. जरूरत है तो बदलाव करेंगे, जरूरत नहीं तो अभी नहीं करेंगे. अभी कुछ समय इन्हीं से काम चलाएंगे, लेकिन कुछ समय बाद नए सिरे से काम होगा. राठौड़ के बयान से यह तो साफ हो गया कि वह भी अपनी ही टीम के साथ काम करेंगे, नये सिरे से ही टीम बनाएंगे. हालांकि उपचुनाव तक जरूर बड़ा बदलाव संगठन के स्तर पर दिखाई नहीं दे, लेकिन छोटे छोटे बदलाव के साथ राठौड़ अपनी टीम को तैयार करना तो शुरू कर दिया. बीजेपी के सियासी गलियारों में चर्चा इस बात की ज्यादा है कि जैसे ही उपचुनाव खत्म होंगे, उसके बाद संगठन में नए सिरे से बड़ा बदलाव होगा. उपचुनाव से पहले किसी तरह की कोई नाराजगी सामने नहीं आये, इसलिए अभी मदन राठौड़ कुछ पदों पर ही बदलाव करके पुरानी टीम से काम चलाएंगे, लेकिन जिस तरह से मदन राठौड़ अपनी टीम में बदलाव को लेकर बयान देते रहे हैं. वह इस बात की ओर साफ संकेत करते हैं कि वह किसी पुरानी टीम के साथ नहीं, बल्कि अपनी नई टीम के साथ काम करेंगे.