नई दिल्ली : दिल्ली के शाहदरा के दुर्गापुरी इलाके में सोमवार को रेमंड के शोरूम में भीषण आग लग गई थी. चार मंजिला इस बिल्डिंग के ग्राउंड पर शोरूम था और सेकेंड फ्लोर पर गोदाम था. भवन के आखिरी दो फ्लोर पर शोरूम मालिक का परिवार रहता था. इस भीषण आग में 45 वर्षीय जितेंद्र उर्फ छोटू नाम के एक शख्स की जलकर दर्दनाक मौत हो गई. दिल्ली पुलिस ने सोमवार को ही शव को जली हालात में बरामद किया था. इस आग की घटना के बाद मंगलवार को आलिशान शोरूम की हालत एक खंडर और मलबे के ढेर से कम नहीं दिखाई दी.
भीषण आग लगने से पूरी तरह से जलकर खाक हुए रेमेंड के शोरूम में महंगा कपड़ा था. ग्राउंड फ्लोर से लेकर सभी फ्लोर आग की चपेट में आ गए थे. आग लगने की घटना के बाद मंगलवार को सुरक्षा के लिहाज से आसपास की सभी दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं. दुर्गापुरी एक्सटेंशन 100 फुटा रोड की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग कुल 150 यार्ड में बनी थी, आग लगने की वजह से सभी फ्लोर अब खंडर में तब्दील हो गए हैं. 138 नंबर वाली इस शॉप के आसपास की दर्जनों दुकानें आज पूरी तरह से बंद रहीं. आसपास के दुकानदार भी घटना के बाद से खौफजदा हैं.
इस बिल्डिंग में जलकर खाक हुए सामान को निकालने की कार्रवाई की गई. भारी मात्रा में जला कपड़ा और कपड़े के थानों को बाहर निकालकर सड़क पर रखा गया. उसको ट्रेक्टर ट्राली में भरकर मलबा साइट पर ले जाया गया. आसपास के लोगों का कहना है कि शोरूम में सभी सामान ब्रांडेड था. पिछले दिनों ही एक फ्लोर पर रेडिमेड गारमेंट का काम भी शुरू किया गया था, लेकिन अब इस आग में सब स्वाह हो गया है. गोदाम में माल भरा था. वह सब अब जलकर खाक हो चुका है.
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जानकारी के अनुसार, आग की घटना के बाद बिल्डिंग की स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी को भी नुकसान हुआ है. अभी आसपास रहने वाले लोगों को भी स्थानीय पुलिस और प्रशासन की ओर से सतर्क रहने को कहा गया है. मंगलवार को पूरी बिल्डिंग में जल सामान को बाहर निकालने का काम किया गया है. इस बीच देखा जाए तो इस रोड पर कई नामचीन कंपनियों की बड़े-बड़े शोरूम खुले हैं. सड़क के काफी चौड़ा होने की वजह से दमकल की गाड़ियों के पहुंचने में कोई परेशानी नहीं थी, जिससे की आग को एक बिल्डिंग से दूसरी जगह नहीं फैलने दिया गया.
गौरतलब है कि रेमंड शोरूम में आग लगने की पीसीआर कॉल सोमवार सुबह 6:01 बजे की गई थी. इसके बाद दिल्ली पुलिस की कई टीम मौके पर पहुंच गईं थी. फायर टेंडर की 20 से 25 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर बाद में आग पर काबू पाया गया. लेकिन पूरी तरह से इस पर नियंत्रण देर रात में ही पाया. उत्तर पूर्वी जिला अंतर्गत ज्योति नगर थाने में इस मामले में आईपीसी की धारा 285/304ए के तहत मामला दर्ज किया गया. यह बिल्डिंग पदम सिंह और संजय दो भाईयों की है जिसके दो फ्लोर पर परिवार की रिहायश थी.
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