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किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में सप्लाई की गईं घटिया सिरिंज, जांच शुरू - Negligence in KGMU

लखनऊ की किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ (Negligence in KGMU ) का सिलसिला थम नहीं रहा है. इस बार घटिया क्वालिटी की सिरिंज सप्लाई का मामला उजागर हुआ है.

किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ.
किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 30, 2024, 3:24 PM IST

लखनऊ : किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ठेकेदारों ने घटिया सिरिंज की सप्लाई कर दी है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्टाफ नर्स ने मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए सिरिंज खोली. कई सिरिंज में पानी भरा मिला. इसकी सूचना नर्सों ने अधिकारियों को दी. अफसरों की शिकायत पर केजीएमयू प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.

केजीएमयू में डॉक्टर की सलाह पर भर्ती मरीजों को तमाम तरह के इंजेक्शन लगाए जाते हैं. योजनाओं के तहत भर्ती मरीजों को सिरिंज आदि की सुविधा मुफ्त मुहैया कराई जाती है. केजीएमयू में हर साल लाखों रुपये की सिरिंज की खपत है. बीते दिनों कई विभागों में सील पैक सिरिंज खोलने पर वह भीतर से गीली निकली. आनन-फानन नर्सों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की. इसके बाद सिरिंज के इस्तेमाल को रोक लगा दी गई. इस मामले में इस्तेमाल सिरिंज को दोबारा पैक कर केजीएमयू में आपूर्ति की आशंका जाहिर की जा रही है. इससे मरीजों में हेपेटाइटिस, एचआईवी समेत तमाम तरह के संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है.




डॉक्टरों ने सील पैक भीगी सिरिंज की शिकायत अधिकारियों से की. इसके बाद अफसर चेते और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. सिरिंज स्टोर में वापस मंगा ली गई हैं. इस तरह की घटना कई बार हो चुकी है. इसको लेकर के डॉक्टर ने अधिकारियों को गंभीरता से मामले की जांच करने को कहा है. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने कहा कि सिरिंज में सिलकॉन GG आरिज में सिलको पदार्थ मिला है. इसलिए संबंधित बैच को वापस मंगा लिया गया है. नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. गड़बड़ी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ : किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी केजीएमयू में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ठेकेदारों ने घटिया सिरिंज की सप्लाई कर दी है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्टाफ नर्स ने मरीजों को इंजेक्शन लगाने के लिए सिरिंज खोली. कई सिरिंज में पानी भरा मिला. इसकी सूचना नर्सों ने अधिकारियों को दी. अफसरों की शिकायत पर केजीएमयू प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है.

केजीएमयू में डॉक्टर की सलाह पर भर्ती मरीजों को तमाम तरह के इंजेक्शन लगाए जाते हैं. योजनाओं के तहत भर्ती मरीजों को सिरिंज आदि की सुविधा मुफ्त मुहैया कराई जाती है. केजीएमयू में हर साल लाखों रुपये की सिरिंज की खपत है. बीते दिनों कई विभागों में सील पैक सिरिंज खोलने पर वह भीतर से गीली निकली. आनन-फानन नर्सों ने इसकी शिकायत अधिकारियों से की. इसके बाद सिरिंज के इस्तेमाल को रोक लगा दी गई. इस मामले में इस्तेमाल सिरिंज को दोबारा पैक कर केजीएमयू में आपूर्ति की आशंका जाहिर की जा रही है. इससे मरीजों में हेपेटाइटिस, एचआईवी समेत तमाम तरह के संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ गई है.




डॉक्टरों ने सील पैक भीगी सिरिंज की शिकायत अधिकारियों से की. इसके बाद अफसर चेते और मामले की जांच के आदेश दिए हैं. सिरिंज स्टोर में वापस मंगा ली गई हैं. इस तरह की घटना कई बार हो चुकी है. इसको लेकर के डॉक्टर ने अधिकारियों को गंभीरता से मामले की जांच करने को कहा है. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने कहा कि सिरिंज में सिलकॉन GG आरिज में सिलको पदार्थ मिला है. इसलिए संबंधित बैच को वापस मंगा लिया गया है. नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं. गड़बड़ी पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.

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