लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेज की खाली सीटों पर प्रवेश लेने वाले छात्र नदारद हैं. इसके कारण समर्थ पोर्टल पर डाटा अपलोड नहीं हो पा रहा है. अंदेशा है कि इसी तरह छात्रों के इंतजार में प्रक्रिया रोकी गई तो सत्र के विलंब होने की पूरी संभावना होगी. इससे उन छात्रों का नुकसान होगा जिनका डाटा पोर्टल पर अपलोड हो चुका है.
दरअसल लखनऊ विश्वविद्यालय से संबद्ध 543 कॉलेजों में प्रवेश के लिए लखनऊ यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रेशन पोर्टल (एलयूआरएन) को 22 अक्टूबर को बंद कर दिया गया था. इसके 28 दिन बाद भी परीक्षा फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है. लखनऊ विश्वविद्यालय के संबद्ध 543 कॉलेजों में प्रतिवर्ष करीब ढाई लाख छात्रों का प्रवेश होता है. प्रवेश के इच्छुक छात्रों को विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर एलयूआरएन पर पंजीकरण करना होता है. पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रवेश के लिए फार्म भरा जाता है.
लखनऊ विश्वविद्यालय और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक और परास्नातक कुल मिलाकर लगभग 2 लाख 90 हजार सीटें हैं. जिसके लिए एलयूआरएन पर रजिस्ट्रेशन किया जाता है. इस बार केंद्र सरकार की पहल पर छात्रों का डाटा समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया जाना है. अब तक करीब सवा दो लाख छात्रों का डाटा अपलोड किया जा चुका है, लेकिन सीटों की तुलना में करीब 75 हजार छात्रों का डाटा अपलोड नहीं किया गया है.
कहां गए छात्र : यदि रजिस्ट्रेशन के सापेक्ष छात्रों का डाटा समर्थ पर अपलोड नहीं किया गया है. तो सवाल है कि आखिर 75 हजार छात्रों ने रजिस्ट्रेशन के बाद प्रवेश नहीं लिया है तो क्या इतनी सीटें खाली रह गई हैं. यदि इन छात्रों ने प्रवेश लिया है तो अब तक समर्थ पोर्टल पर इनका डाटा क्यों नहीं अपलोड किया जा रहा है. जिसके कारण परीक्षा प्रक्रिया विलंबित हो रही है और सत्र के पीछे होने का खतरा है. बता दें, कोविड महामारी के बाद बड़ी मुश्किल से विश्वविद्यालय और उसके संबद्ध कॉलेजों का सत्र पटरी पर आया था.
लखनऊ विवि संबद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पाण्डेय के अनुसार समर्थ पोर्टल पर डाटा अपलोड करने में कई कॉलम भरने पड़ते हैं. इसके अलावा ओटीपी भी आता है. ऑनलाइन प्रक्रिया है तो थोड़ा अधिक समय लग रहा है. जल्दी ही पूरा हो जाएगा पर जिन कॉलेज में सीटें अभी खाली हैं, वहां पर छात्रों का अगर इंतजार किया जाएगा तो इससे सत्र पर काफी असर पड़ेगा.