लखनऊ : एग-टैक स्टार्ट-अप समिट में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उत्तर प्रदेश के कृषि क्षेत्र की संभावनाओं पर अपनी बात रखी. कहा कि कृषि क्षेत्र में व्यापक संभावनाएं हैं. यह राज्य और देश की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य का उल्लेख करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है. इसमें कृषि क्षेत्र का योगदान महत्वपूर्ण होगा.
कृषि मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एग-टैक पॉलिसी 2024 की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य कृषि में नवाचारों को प्रोत्साहित करना है. उन्होंने कहा कि भारत केवल अपने लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए कृषि का पावर हाउस है. उत्तर प्रदेश में 75 प्रतिशत तक कृषि योग्य भूमि है जो इस दिशा में एक महत्वपूर्ण ताकत है. किसानों के हितों पर जोर देते हुए कहा कि सरकार का प्रयास है कि प्रत्येक किसान को उसके उत्पादन की अधिकतम कीमत मिले. इसके लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए जा रहे हैं.
उन्होंने डिजिटल इंडिया के तहत कृषि क्षेत्र में डिजिटलकरण को प्राथमिकता देने की बात की. उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने डिजिटल कृषि के अंतर्गत मृदा स्वास्थ्य परीक्षण, फार्म और फार्मर रजिस्ट्रेशन व वेदर गेज स्टेशन जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं में टेक्नोलॉजी की संभावनाओं की पर भी जानकारी दी.
समिट में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि आज के युग में टेक्नोलॉजी और डिजिटल नवाचार बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं और कृषि क्षेत्र को भी इस बदलाव से अछूता नहीं रहना चाहिए. राजभर ने किसानों को आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता पर जोर दिया जिससे वे अपने उत्पादन का उचित मूल्य प्राप्त कर सकें. उन्होंने कृषि में टेक्नोलॉजी और डिजिटलकरण के लाभों पर भी चर्चा की और कहा कि इससे किसानों को न केवल बेहतर उत्पादन मिलेगा, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस समिट का उद्घाटन किया.
यह भी पढ़ें : बाराबंकी में 2 कार और ई-रिक्शा में भीषण टक्कर, एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत, बच्ची समेत 3 घायल