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मौसमी बीमारियों की दस्तक ; लखनऊ के अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या, डाॅक्टरों ने दी ये सलाह - Patients increased in hospitals

लखनऊ में संक्रामक बीमारियों की दस्तक (Seasonal Diseases) शुरू हो गई है. चिकित्सकों के अनुसार मौसम में बदलाव से लोग वायरल बुखार का शिकार हो रहे हैं. साथ ही डेंगू के केस भी सामने आने लगे हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 26, 2024, 2:26 PM IST

लखनऊ के अस्पतालों में बढ़े मरीज.
लखनऊ के अस्पतालों में बढ़े मरीज. (Photo Credit: ETV Bharat)

लखनऊ : मौसम में बदलाव और तापमान में गिरावट से संक्रामक बीमारियों की रफ्तार बढ़ गई है. बीते बुधवार को डेंगू के 26 मरीज मिले थे. बीते मंगलवार को इस साल एक दिन में सर्वाधिक 25 मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. छह मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई. सरकारी से लेकर निजी अस्पताल संक्रामक रोगियों से भर गए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में जैसे-जैसे पारा गिरेगा डेंगू-मलेरिया के रोगी बढ़ेंगे.

सीएमओ डॉ. एमके अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में डेंगू के 25 एवं मलेरिया के छह रोगी पाए गए. ज्यादातर मरीज घर से इलाज कर रहे हैं. इस साल जनवरी से अब तक जिले में डेंगू के कुल 309 और मलेरिया के 386 मरीज मिल चुके हैं. डेंगू का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा है. बारिश के बाद से अचानक डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है. जिससे सरकारी और निजी अस्पतालों के इमरजेंसी से लेकर जनरल वार्ड तक मरीजों से फुल हो गए हैं. डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग और एंटी- लार्वा छिड़काव का काम तेज कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट किया गया है. साथ ही 100 से अधिक बेड रिजर्व किए गए हैं. सीएमओ के मुताबिक अगर तीन दिन से अधिक तेज बुखार बना रहे और उल्टी या जोड़ों में दर्द की शिकायत हो तो तत्काल विशेषज्ञ से संपर्क करें.


बहरहाल सरकारी अस्पतालों की फिजिशियन ओपीडी में काफी भीड़ देखने को मिल रही है.हजरतगंज जिला डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में फिजिशियन के पांच डॉक्टर बैठते हैं. इन पांच चिकित्सकों की अलग-अलग ओपीडी में लगभग 300 से अधिक मरीज इलाज करने के लिए आ रहे हैं. इसमें ज्यादातर मरीज वायरल, बुखार, डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया से पीड़ित है.


सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस. देव ने बताया कि इन दिनों मौसम में बदलाव हुआ है. ऐसे में वायरल बुखार तेजी से फैलता है. डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. वायरल बुखार से पीड़ित होने पर बाहर की चीजों को नजरअंदाज करें. घर का साफ-सुथरा खाना खाएं. घर के आसपास सफाई रखें. टंकी का पानी या बाल्टी में पानी कहीं भी जमा न होने दें. वायरल बुखार से पीड़ित मरीज को लिक्विड डाइट लेनी चाहिए. नारियल पानी, दाल, दलिया, हरी साग सब्जी, जूस बेहतर विकल्प है. डेंगू का इलाज परहेज और आराम है. बकरी का दूध, कीवी, गिलोय, पपीते के पत्ता इत्यादि के सेवन से डेंगू दूर होने की बात केवल भ्रांति है. हालांकि इनका सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से लाभदायक है.

यह भी पढ़ें : Medical News : वायरल बुखार, डेंगू व मौसमीय बीमारियों का प्रकोप, सिविल अस्पताल में सर्वर ठप, मरीजों ने कही यह बात

यह भी पढ़ें : मौसमी बीमारियां को देखते हुए SNMC में अलग से बुखार की OPD शुरू

लखनऊ : मौसम में बदलाव और तापमान में गिरावट से संक्रामक बीमारियों की रफ्तार बढ़ गई है. बीते बुधवार को डेंगू के 26 मरीज मिले थे. बीते मंगलवार को इस साल एक दिन में सर्वाधिक 25 मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थी. छह मरीजों में मलेरिया की पुष्टि हुई. सरकारी से लेकर निजी अस्पताल संक्रामक रोगियों से भर गए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले समय में जैसे-जैसे पारा गिरेगा डेंगू-मलेरिया के रोगी बढ़ेंगे.

सीएमओ डॉ. एमके अग्रवाल ने बताया कि पिछले 24 घंटे में डेंगू के 25 एवं मलेरिया के छह रोगी पाए गए. ज्यादातर मरीज घर से इलाज कर रहे हैं. इस साल जनवरी से अब तक जिले में डेंगू के कुल 309 और मलेरिया के 386 मरीज मिल चुके हैं. डेंगू का प्रकोप फिर से बढ़ने लगा है. बारिश के बाद से अचानक डेंगू के मामलों में वृद्धि हुई है. जिससे सरकारी और निजी अस्पतालों के इमरजेंसी से लेकर जनरल वार्ड तक मरीजों से फुल हो गए हैं. डेंगू के मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों को विशेष निर्देश दिए गए हैं. प्रभावित क्षेत्रों में फागिंग और एंटी- लार्वा छिड़काव का काम तेज कर दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट किया गया है. साथ ही 100 से अधिक बेड रिजर्व किए गए हैं. सीएमओ के मुताबिक अगर तीन दिन से अधिक तेज बुखार बना रहे और उल्टी या जोड़ों में दर्द की शिकायत हो तो तत्काल विशेषज्ञ से संपर्क करें.


बहरहाल सरकारी अस्पतालों की फिजिशियन ओपीडी में काफी भीड़ देखने को मिल रही है.हजरतगंज जिला डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में फिजिशियन के पांच डॉक्टर बैठते हैं. इन पांच चिकित्सकों की अलग-अलग ओपीडी में लगभग 300 से अधिक मरीज इलाज करने के लिए आ रहे हैं. इसमें ज्यादातर मरीज वायरल, बुखार, डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया से पीड़ित है.


सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एस. देव ने बताया कि इन दिनों मौसम में बदलाव हुआ है. ऐसे में वायरल बुखार तेजी से फैलता है. डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. वायरल बुखार से पीड़ित होने पर बाहर की चीजों को नजरअंदाज करें. घर का साफ-सुथरा खाना खाएं. घर के आसपास सफाई रखें. टंकी का पानी या बाल्टी में पानी कहीं भी जमा न होने दें. वायरल बुखार से पीड़ित मरीज को लिक्विड डाइट लेनी चाहिए. नारियल पानी, दाल, दलिया, हरी साग सब्जी, जूस बेहतर विकल्प है. डेंगू का इलाज परहेज और आराम है. बकरी का दूध, कीवी, गिलोय, पपीते के पत्ता इत्यादि के सेवन से डेंगू दूर होने की बात केवल भ्रांति है. हालांकि इनका सेवन स्वास्थ्य के लिहाज से लाभदायक है.

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