लखनऊ: सरोजनीनगर के इण्डस्ट्रियल एरिया स्थित उद्यमिता विकास संस्थान में लोकबन्धु की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी लखनऊ संतोष गंगवार ने हिस्सा लिया. इस मीटिंग में बड़ी संख्या में उद्यमियों ने भाग लिया. बैठक का प्रमुख उद्देश्य उद्यमियों की समस्याओं को उनकी क्षेत्र में सुनकर उनके निदान का उपाय निकालना था.
इस बैठक में जिलाधिकारी संतोष गंगवार ने सबसे पहले इण्डस्ट्रियल पार्क विकसित करने के बारे में उद्यमियों को विस्तार पूर्वक समझाया. जिलाधिकारी ने बताया, कि इण्डस्ट्रियल पार्क को विकसित करने के लिए कम से कम 15 एकड भूमि हो. जिसमें 10 उद्यमियों को इण्डस्ट्री लगाने की जगह मिल सके. ऐसे इण्डस्ट्रियल पार्क को विकसित करने और इण्डस्ट्री चलाने की सभी सुविधा हम उपलब्ध करायेंगे. इस समय सबसे बड़ी समस्या इण्डस्ट्री लगाने के लिए भूमि की है जिसका समाधान हम इण्डस्ट्रियल पार्क बनाकर कर सकते है.
जल निकासी सबसे बडी समस्या: बैठक के दौरान सरोजनीनगर इण्डस्ट्रियल मैन्यूफैक्चरिंग एसोसिएशन के महामंत्री रितेश श्रीवास्तव ने इण्डस्ट्रियल एरिया की जल निकासी न होने की शिकायत जिलाधिकारी से की थी. श्रीवास्तव ने कहा, कि सड़क किनारे जो नाला पहले बना था, उसको एनएचआई द्वारा पाट दिया गया है. एनएचआई द्वारा जो नाला बनवाया गया है. उसका लेबल काफी ऊंचा है, जिसके कारण इण्डस्ट्रियल एरिया का पानी एनएचआई द्वारा बनाये गये नाले में नहीं जा पा रहा है.
बरसात के दिनों में पानी कम्पनियों के अन्दर तक भर जा रहा है. जिससे हम लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद एनएचआई, पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों को इसका समाधान निकालने के आदेश दिये. जिसमें एनएचआई ने अपने नाले के समांतर एक और नाला बनाने का सुझाव दिया.
वही रितेश श्रीवास्तव ने कहा, कि जब एनएचआई ने नाले का निर्माण शुरू किया था तब हम लोगों ने बताया था कि नाला इण्डस्ट्रियल एरिया के लेबल से ऊपर है. यदि नाला नीचे न किया गया, तो पानी इण्डस्ट्रियल एरिया में भर जायेगा. लेकिन, एनएचआई ने मनमानी पूर्वक कार्य करते हुए नाला का निर्माण कर दिया. जिसका खामियाजा हम लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
सड़को के गड्डों को तीन दिन में भरने के निर्देश: इसके अलावा उद्यमियों ने सड़को की खराब दशा को लेकर पहले की गयी शिकायत पर अभी तक कोई कार्य न होने की शिकायत की, तो जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिशासी अभियन्ता से इसके बारे में जानकारी मांगी. नगर निगम के अधिकारियों ने बरसात का बहाना बनाया. जिलाधिकारी ने 3 दिन के भीतर सभी सड़को के गढ्ढो को भरने के निर्देश नगर निगम के संबंधित अधिकारियों को दिया. कहा कि बरसात बाद डामरीकरण का कार्य करवाये. लेकिन, तब तक गढ्ढो को भरवा दिया जाए.
इसके साथ ही बिजली को लेकर भी इण्डस्ट्रियलिस्टो ने शिकायत की कि बनी तथा सरोजनीनगर इण्डस्ट्रियल एरिया में विद्युत ट्रिपिंग की बहुत अधिक शिकायत है जिस पर जिलाधिकारी ने एक्सीयन को इण्डस्ट्रियल एरिया में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सप्लाई कराने के लिए प्लान बनाने का निर्देश दिये.
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