लखनऊ: राजधानी के मलिहाबाद से पूर्व सपा विधायक और मौजूदा समय कांग्रेस नेता इंदल रावत को गोमती नगर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया है. पूर्व विधायक के खिलाफ फरवरी 2024 को राजेश पांडेय ने गोमती नगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. मुकदमा दर्ज होने के चार माह बाद गुरुवार को पुलिस ने इंदल रावत को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
थाना प्रभारी गोमती नगर दीपक पाण्डेय ने बताया, कि गोमती नगर विस्तार के रहने वाले राजेश पांडेय राज इन्फ्रा हाउसिंग प्राइवेट लिमिटेड मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उन्होंने 21 फरवरी 2024 को मलिहाबाद के पूर्व विधायक इंदल कुमार रावत के खिलाफ गोमती नगर थाने एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके अनुसार अगस्त 2014 में इंदल रावत ने सबौली सदर स्थित 1 बीघा 15 बिस्वा जमीन पर 6 मंजिला बिल्डिंग बनाने के लिए उनके साथ बिल्डर एग्रीमेंट किया था, जिसमें कई फ्लैट बनने थे.
राजेश और इंदल के बीच में 58 और 42 प्रतिशत की हिस्सेदारी तय हुई थी. एग्रीमेंट के मुताबिक राजेश ने 2 करोड़ 52 लाख रुपये पहले दिए थे, जिसके बाद वह जमीन पर निर्माण करने के लिए आवास विकास से NOC लेने पहुंचे. तब उन्हे पता चला, कि यह जमीन सरकारी है और वर्ष 1991 में आशियाना सहकारी आवास समिति द्वारा रजिस्टर्ड कराई जा चुकी है. इतना ही नहीं, इंदल रावत द्वारा वर्ष 2010 में कराई गई रजिस्ट्री रद्द हो चुकी है.
शिकायतकर्ता ने बताया, कि यह जान वह पूर्व विधायक के पास पहुंचा और अपने पैसे वापस मांगे. लेकिन, पूर्व विधायक ने कहा, कि वह पेपर ठीक करवा लेंगे कुछ गड़बड़ी हुई है. लेकिन, तब से लेकर दिसंबर 2023 तक इंदल रावत ने न पेपर ठीक करवाए और न ही पैसे वापस दिए. इतना ही नहीं इंदल ने शिकायतकर्ता को अपने पैसे भूल जाने के लिए कहा और जान से मारने की धमकी दे डाली. जिसके बाद शिकायतकर्ता ने पहले पुलिस और फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. इस पर कोर्ट ने इंदल पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए थे.
इंदल रावत मलिहाबाद सीट से विधायक रह चुके हैं. उन्होंने, समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ा था. हालांकि वर्ष 2022 में उन्होंने सपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें रायबरेली लोकसभा सीट का प्रभारी बनाया गया था. इंदल ने राहुल गांधी के प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी.
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