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लखनऊ में डेंगू-मलेरिया का अटैक, अब तक मिल चुके 2490 मरीज, बचाव के लिए अपनाएं ये तरीका

DENGUE MALARIA PREVENTION : मलेरिया के 473 मामले आए सामने. एक सप्ताह में डेंगू के 338 मरीज मिले.

स्वास्थ्य महकमे की टीम इलाके में घूमकर लोगों को जागरूक कर रही है.
स्वास्थ्य महकमे की टीम इलाके में घूमकर लोगों को जागरूक कर रही है. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 2, 2024, 7:58 AM IST

लखनऊ : लखनऊ में शुक्रवार को डेंगू के 39 जबकि मलेरिया का एक मामला सामने आया. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जनवरी से अब तक डेंगू के 2017 जबकि मलेरिया के 473 रोगी पाए जा चुके हैं. एक सप्ताह के अंदर ही डेंगू के 338 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए लगातार अलग-अलग इलाकों में जाकर सर्वेक्षण कर रही है. इसके अलावा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. वहीं ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ब्लॉक कर्मियों को गांव-गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव करने के लिए रसायन वितरित किया है.

स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कॉलोनियों में घूमकर मच्छर जनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया. शुक्रवार को लगभग 700 से अधिक घरों का सर्वे किया गया. एक घर में मच्छर जनित परिस्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया. नगर मलेरिया एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीम द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों भवनों का निरीक्षण किया. लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया.

घरों के आसपास न एकत्रित होने दें पानी.
घरों के आसपास न एकत्रित होने दें पानी. (Photo Credit; ETV Bharat)

क्षेत्रीय जनता को घर के आसपास पानी जमा न होने, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढंक कर रखने, हर सप्ताह कूलर के पानी को खाली करके साफ कपड़े से पोंछकर सूखाकर ही प्रयोग में लाने, पूरी बांह के कपड़े पहनने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने, मच्छर रोधी क्रीम लगाने एवं मच्छरदानी में रहने आदि के प्रति जागरूक किया गया.

मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए अपनाएं ये तरीका : वाटर टैंक व कंटेनरों को ढंक कर रखे. घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें. अनावश्यक कंटेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें. प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें. बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल सिलिव्स के कपड़े पहनें, बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें.


मौसमी बीमारियों से जुड़ी जानकारी, सहयोग एवं सहायता के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय लखनऊ के कंट्रोल रूम नंबर 0522-2622080 पर संपर्क कर सकते हैं.

मलेरिया के लक्षण : 2-3 दिनों तक लगातार बुखार रहना. सिर और मांसपेशियों में दर्द रहना. तेज ठंड लगना. लगातार मतली आना. उल्टी होना. लगातार सूखी खांसी होना. दस्त होना. पेट के ऊपरी बाएं भाग में दर्द रहना. बिना खाए पेट भरा हुआ महसूस होना. थकान रहना.

डेंगू के लक्षण : अचानक तेज बुखार आन. सिर में तेज दर्द होना. आंखों के पीछे दर्द. जोड़ों, पेट और मांसपेशियों में गंभीर दर्द. जी मिचलाना. लगातार उल्टी होना, स्किन में चकत्ते पड़ना. थकान महसूस होना. सूजी हुई लिम्फ नोड्स, आंतरिक रक्तस्त्राव, पेट में तेज दर्द. तेजी से सांस लेना, मसूड़ों या नाक से खून आना, बेचैनी महसूस होना, बहुत प्यास लगना, पीली और ठंडी त्वचा, कमजोर महसूस होना.

यह भी पढ़ें : डेंगू से अब नहीं होगी मौत, कोरोना जैसा वैक्सीन ट्रायल, 2 साल में बाजार में आ सकता है टीका

लखनऊ : लखनऊ में शुक्रवार को डेंगू के 39 जबकि मलेरिया का एक मामला सामने आया. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार जनवरी से अब तक डेंगू के 2017 जबकि मलेरिया के 473 रोगी पाए जा चुके हैं. एक सप्ताह के अंदर ही डेंगू के 338 मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए लगातार अलग-अलग इलाकों में जाकर सर्वेक्षण कर रही है. इसके अलावा लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. वहीं ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने ब्लॉक कर्मियों को गांव-गांव में एंटी लार्वा का छिड़काव करने के लिए रसायन वितरित किया है.

स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार कॉलोनियों में घूमकर मच्छर जनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया. शुक्रवार को लगभग 700 से अधिक घरों का सर्वे किया गया. एक घर में मच्छर जनित परिस्थितियां पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया. नगर मलेरिया एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीम द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों भवनों का निरीक्षण किया. लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया.

घरों के आसपास न एकत्रित होने दें पानी.
घरों के आसपास न एकत्रित होने दें पानी. (Photo Credit; ETV Bharat)

क्षेत्रीय जनता को घर के आसपास पानी जमा न होने, पानी से भरे हुए बर्तन एवं टंकियों को ढंक कर रखने, हर सप्ताह कूलर के पानी को खाली करके साफ कपड़े से पोंछकर सूखाकर ही प्रयोग में लाने, पूरी बांह के कपड़े पहनने, बच्चों को घर से बाहर न निकलने, मच्छर रोधी क्रीम लगाने एवं मच्छरदानी में रहने आदि के प्रति जागरूक किया गया.

मच्छरों को पनपने से रोकने के लिए अपनाएं ये तरीका : वाटर टैंक व कंटेनरों को ढंक कर रखे. घर के अंदर व आसपास पानी को जमा न होने दें. अनावश्यक कंटेनर, कबाड़, टायर व नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें. प्रत्येक सप्ताह कूलर का पानी बदलें. बर्ड बाथ, फूलदान आदि में प्रत्येक सप्ताह पानी बदलें. सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए फुल सिलिव्स के कपड़े पहनें, बुखार आने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा का उपयोग करें.


मौसमी बीमारियों से जुड़ी जानकारी, सहयोग एवं सहायता के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय लखनऊ के कंट्रोल रूम नंबर 0522-2622080 पर संपर्क कर सकते हैं.

मलेरिया के लक्षण : 2-3 दिनों तक लगातार बुखार रहना. सिर और मांसपेशियों में दर्द रहना. तेज ठंड लगना. लगातार मतली आना. उल्टी होना. लगातार सूखी खांसी होना. दस्त होना. पेट के ऊपरी बाएं भाग में दर्द रहना. बिना खाए पेट भरा हुआ महसूस होना. थकान रहना.

डेंगू के लक्षण : अचानक तेज बुखार आन. सिर में तेज दर्द होना. आंखों के पीछे दर्द. जोड़ों, पेट और मांसपेशियों में गंभीर दर्द. जी मिचलाना. लगातार उल्टी होना, स्किन में चकत्ते पड़ना. थकान महसूस होना. सूजी हुई लिम्फ नोड्स, आंतरिक रक्तस्त्राव, पेट में तेज दर्द. तेजी से सांस लेना, मसूड़ों या नाक से खून आना, बेचैनी महसूस होना, बहुत प्यास लगना, पीली और ठंडी त्वचा, कमजोर महसूस होना.

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