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छठ महापर्व की पूर्व संध्या व्रती महिलाओं ने चूल्हे पर बनाया व्यंजन, शुरू हुआ 36 घंटे का उपवास

Chhath Mahaparva: लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर महाव्रत का संकल्प लिया.

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छठ महापर्व (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 7, 2024, 9:53 AM IST

लखनऊ: छठ एक ऐसा महापर्व है, जो विश्व भर में मनाया जा रहा है. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अब इसे लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं. 36 घंटे का महिलाएं छत पर निर्जला व्रत रखती हैं. नहाए खाए के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर महाव्रत का संकल्प उठाया. महिलाओं ने बुधवार को छठी मैया का महाव्रत उठा लिया है. गुरुवार शाम घाट किनारे महिलाएं सूर्यास्त को जल चढ़ाएंगी. इस व्रत में वेदी का अलग ही महत्व होता है इसी वेदी पर पूरी पूजा संपन्न की जाती है.

कैंट निवासी रिचा सिंह ने बताया, कि छठ पर्व के दूसरे दिन महिलाएं घरों के छत पर कच्चे चूल्हे पर अरवा चावल, खीर, पूड़ी और ठेकुवा गाने गाते हुए बनाया गया. इन पकवानों को साफ स्थान पर पीतल के बर्तन में बनाया जाता है. इन सभी पकवानों में ठुकवा सबसे प्रमुख होता है. इसे बड़े ही सफाई से बनाया जाता है. यह छठी मैया को भी चढ़ाया जाता है. आज महिलाएं वाराणसी के गंगा घाट पर डूबते हुए सूर्य को आगे देगी और कल उगते हुए सूर्य को आगे देकर अपनी मनोकामना के पूरा होने के लिए छठी मैया की पूजा करेंगी.

इसे भी पढ़े-छठ महापर्व; बनारस में VIP कल्चर से रिजर्व की जा रहीं वेदियां, किसी ने लिखा 'भाजपा जिलाध्यक्ष' तो किसी ने 'थाना परिवार'

अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने बताया, कि बीते 40 सालों से इसी तरह वहां पर छठ मनाया जाता है. यह एक ऐसा पर्व है. जिसमें सभी एक समान होते हैं. इस महापर्व में ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है और उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. एक ही जगह से हर वर्ग के लोग फिर चाहे वह मंत्री हो, विधायक हो, अधिकारी हो या फिर गरीब वर्ग के लोगों सभी एक साथ सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं.

सूर्य सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं इस बार भी बहुत ही धूमधाम से छठी मैया का पर्व मनाया जाएगा सबसे पहले यह बिहार में मनाया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे करके यह हर जगह प्रसिद्ध हो गया है सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि देश-विदेश में भी महापर्व छठ को मनाया जाने लगा है. विशेष तैयारी शुरू कर दी गई है. गोमती नदी की सफाई का काम चल रहा है लोगों ने अपनी पूजा की वेदी बनाना शुरू कर दी है. इसके अलावा इस बार हेल्थ एटीएम भी लगाया जा रहा है वही इस पूरे कार्यक्रम में दो दिन फिल्मी सितारे से नेता नगरी तक के लोग शामिल होंगे.

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ छठ के गोमती नदी में लक्ष्मण मेला मैदान से ही सूर्य भगवान को अर्ध देते हैं उनके साथ उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी शामिल होंगे. रात भर के लिए सभी श्रद्धालु यहां पर ठहरते हैं इस दौरान छठ के दो दिन पहले से ही यहां पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा.

यह भी पढ़े-आज से शुरू हुआ लोक आस्था का महापर्व डाला छठ, नहाय खाय के बाद खरना, 7 नवम्बर को होगा अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य

लखनऊ: छठ एक ऐसा महापर्व है, जो विश्व भर में मनाया जा रहा है. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी अब इसे लोग बड़ी ही धूमधाम से मनाते हैं. 36 घंटे का महिलाएं छत पर निर्जला व्रत रखती हैं. नहाए खाए के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ के दूसरे दिन महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर महाव्रत का संकल्प उठाया. महिलाओं ने बुधवार को छठी मैया का महाव्रत उठा लिया है. गुरुवार शाम घाट किनारे महिलाएं सूर्यास्त को जल चढ़ाएंगी. इस व्रत में वेदी का अलग ही महत्व होता है इसी वेदी पर पूरी पूजा संपन्न की जाती है.

कैंट निवासी रिचा सिंह ने बताया, कि छठ पर्व के दूसरे दिन महिलाएं घरों के छत पर कच्चे चूल्हे पर अरवा चावल, खीर, पूड़ी और ठेकुवा गाने गाते हुए बनाया गया. इन पकवानों को साफ स्थान पर पीतल के बर्तन में बनाया जाता है. इन सभी पकवानों में ठुकवा सबसे प्रमुख होता है. इसे बड़े ही सफाई से बनाया जाता है. यह छठी मैया को भी चढ़ाया जाता है. आज महिलाएं वाराणसी के गंगा घाट पर डूबते हुए सूर्य को आगे देगी और कल उगते हुए सूर्य को आगे देकर अपनी मनोकामना के पूरा होने के लिए छठी मैया की पूजा करेंगी.

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अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने बताया, कि बीते 40 सालों से इसी तरह वहां पर छठ मनाया जाता है. यह एक ऐसा पर्व है. जिसमें सभी एक समान होते हैं. इस महापर्व में ढलते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है और उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाता है. एक ही जगह से हर वर्ग के लोग फिर चाहे वह मंत्री हो, विधायक हो, अधिकारी हो या फिर गरीब वर्ग के लोगों सभी एक साथ सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं.

सूर्य सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं इस बार भी बहुत ही धूमधाम से छठी मैया का पर्व मनाया जाएगा सबसे पहले यह बिहार में मनाया जाता था लेकिन अब धीरे-धीरे करके यह हर जगह प्रसिद्ध हो गया है सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि देश-विदेश में भी महापर्व छठ को मनाया जाने लगा है. विशेष तैयारी शुरू कर दी गई है. गोमती नदी की सफाई का काम चल रहा है लोगों ने अपनी पूजा की वेदी बनाना शुरू कर दी है. इसके अलावा इस बार हेल्थ एटीएम भी लगाया जा रहा है वही इस पूरे कार्यक्रम में दो दिन फिल्मी सितारे से नेता नगरी तक के लोग शामिल होंगे.

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ छठ के गोमती नदी में लक्ष्मण मेला मैदान से ही सूर्य भगवान को अर्ध देते हैं उनके साथ उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी शामिल होंगे. रात भर के लिए सभी श्रद्धालु यहां पर ठहरते हैं इस दौरान छठ के दो दिन पहले से ही यहां पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होगा.

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