लखनऊ: राजधानी में एक निजी बस चालक और उसके कंडक्टर की पिटाई करने के मामले में लखनऊ पुलिस के पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है. यह कार्रवाई मानवाधिकार आयोग के हस्तक्षेप के बाद हुई. गुरुवार को चिनहट थाने में तैनात पांच पुलिसकर्मियों ने अयोध्या लखनऊ हाइवे पर एक बस को रोक लिया था. इसके बाद उसके चालक और कंडक्टर की पुलिस बूथ में ले जाकर पिटाई की थी.
संत कबीर नगर के रहने वाले महिपाल सिंह की बस लखनऊ से संत कबीर नगर तक चलती है. गुरुवार को यह बस अयोध्या हाइवे पर बाराबंकी की ओर जा रही थी. इसी दौरान चिनहट थानांतर्गत कमता पुलिस चौकी के पास चिनहट पुलिस की जीप ने बस को ओवरटेक करके रोक लिया. ड्राइवर रामजनक और कंडक्टर संतोष दुबे को बस से उतार लिया और पीटने लगे. जब दोनों ने इसका विरोध किया, तो पुलिसकर्मी उन्हें चौकी ले आए. वहीं उनकी डंडों से बुरी तरह से पिटाई की.
सोमवार को पुलिस की इस बर्बरता का मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया. इस मामले में लखनऊ पुलिस से आयोग ने जवाब तलब किया. इसके बाद मंगलवार को पिटाई करने वाले पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया. डीसीपी पूर्वी प्रबल प्रताप सिंह ने बताया कि ड्राइवर और कंडक्टर की पिटाई करने के मामले में दोषी पुलिसकर्मी सब इंस्पेक्टर अजय कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल विजय प्रताप सिंह और कांस्टेबल कुलवंत, इम्तियाज और अमित कुमार को लाइन हाजिर किया गया है.
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