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महाकुंभ में दौड़ेंगी 992 मेला स्पेशल रेलगाड़ियां, मौनी अमावस्या पर चलेंगी 300 से अधिक ट्रेनें - SPECIAL TRAINS FOR MAHA KUMBH 2025

Train Facilities for Kumbh 2025 : प्रयागराज के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर किया जा रहा सुविधाओं का विस्तार.

महाकुंभ 2025 के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेनें.
महाकुंभ 2025 के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेनें. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 14, 2024, 8:48 PM IST

लखनऊ : महाकुंभ में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों की सुविधा और क्षमता में विस्तार किया जा रहा है. इस कड़ी में प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज जंक्शन, नैनी जंक्शन, छिवकी जंक्शन, रामबाग जंक्शन, झूंसी जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन और प्रयागघाट जंक्शन से मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा.

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने 992 मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है, जो वर्ष 2019 के 572 स्पेशल ट्रेनों की तुलना में लगभग दोगुनी है. साथ ही मौनी अमावस्या के अवसर पर विशेष रूप से 300 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने तैयारी है. इसमें उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन की अहम भूमिका होगी.




राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक उत्तर-मध्य रेलवे के तहत दिल्ली, कानपुर, मुंबई, झांसी, सतना, बांदा और मानिकपुर मार्ग से ट्रेनों का संचालन होगा. पूर्वोत्तर रेलवे बिहार, मुगलसराय, वाराणसी मार्ग से रामबाग और झूंसी स्टेशन से मेला स्पेशल ट्रेनें चलाएगा. उत्तर रेलवे गोरखपुर, फैजाबाद, लखनऊ और ऊंचाहार मार्ग पर फाफामऊ, प्रयाग, और प्रयागघाट स्टेशन पर विशेष ट्रेनें संचालित करेगा.


महाकुंभ तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं के लिए रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पैदल मार्ग की एकल-मार्ग (वन-वे) योजना तैयार की गई है. रेलवे प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए छह विशेष योजनाएं भी तैयार की हैं. इसके तहत रेलवे स्टेशनों पर अधिक भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को व्यवस्थित करने के लिए 90 होल्डिंग एरिया चिन्हित किए गए हैं. आपातस्थिति में इन्हीं होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को रोका जाएगा.


प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. जहां से पूरे मेला क्षेत्र और रेलवे स्टेशनों की निगरानी रखी जाएगी. यह नियंत्रण कक्ष सभी स्टेशनों की गतिविधियों पर नजर रखेगा और समन्वय का कार्य करेगा. नियंत्रण कक्ष के जरिए स्टेशन पर आने-जाने वाली ट्रेनों की समय-सारिणी, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं की देखरेख की जाएगी.




स्टेशनों का हो रहा कायाकल्प : महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज जंक्शन का वृहद स्टेशन विकास योजना के तहत और फाफामऊ और प्रयाग जंक्शन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प किया जा रहा है. इन स्टेशनों का निर्माण कार्य अक्टूबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. जिससे महाकुंभ के समय ये स्टेशन पूरी तरह से विकसित और तैयार हों. इसके तहत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी, जिसमें वेटिंग रूम, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म, वाशिंग लाइन और स्वच्छता सुविधाओं का विस्तार शामिल है. इन स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या को संभालने के लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : महाकुंभ 2025 में पर्यटन विभाग स्थापित करेगा संस्कृति ग्राम, छह जोन में बांटा जाएगा, 30 अस्थायी थिमैटिक गेट बनेंगे

यह भी पढ़ें : प्रयागराज महाकुंभ 2025; सबसे पहले शाही स्नान करने को लेकर दो अखाड़ों में तनातनी

लखनऊ : महाकुंभ में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार और रेलवे प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज के नौ प्रमुख रेलवे स्टेशनों की सुविधा और क्षमता में विस्तार किया जा रहा है. इस कड़ी में प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज जंक्शन, नैनी जंक्शन, छिवकी जंक्शन, रामबाग जंक्शन, झूंसी जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन, प्रयाग जंक्शन और प्रयागघाट जंक्शन से मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा.

महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे ने 992 मेला स्पेशल ट्रेनों के संचालन की योजना बनाई है, जो वर्ष 2019 के 572 स्पेशल ट्रेनों की तुलना में लगभग दोगुनी है. साथ ही मौनी अमावस्या के अवसर पर विशेष रूप से 300 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलाने तैयारी है. इसमें उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन की अहम भूमिका होगी.




राज्य सरकार के प्रवक्ता के मुताबिक उत्तर-मध्य रेलवे के तहत दिल्ली, कानपुर, मुंबई, झांसी, सतना, बांदा और मानिकपुर मार्ग से ट्रेनों का संचालन होगा. पूर्वोत्तर रेलवे बिहार, मुगलसराय, वाराणसी मार्ग से रामबाग और झूंसी स्टेशन से मेला स्पेशल ट्रेनें चलाएगा. उत्तर रेलवे गोरखपुर, फैजाबाद, लखनऊ और ऊंचाहार मार्ग पर फाफामऊ, प्रयाग, और प्रयागघाट स्टेशन पर विशेष ट्रेनें संचालित करेगा.


महाकुंभ तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं के लिए रेलवे स्टेशन से मेला क्षेत्र तक पैदल मार्ग की एकल-मार्ग (वन-वे) योजना तैयार की गई है. रेलवे प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन और आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए छह विशेष योजनाएं भी तैयार की हैं. इसके तहत रेलवे स्टेशनों पर अधिक भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को व्यवस्थित करने के लिए 90 होल्डिंग एरिया चिन्हित किए गए हैं. आपातस्थिति में इन्हीं होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को रोका जाएगा.


प्रयागराज जंक्शन पर एक विशेष नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. जहां से पूरे मेला क्षेत्र और रेलवे स्टेशनों की निगरानी रखी जाएगी. यह नियंत्रण कक्ष सभी स्टेशनों की गतिविधियों पर नजर रखेगा और समन्वय का कार्य करेगा. नियंत्रण कक्ष के जरिए स्टेशन पर आने-जाने वाली ट्रेनों की समय-सारिणी, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्थाओं की देखरेख की जाएगी.




स्टेशनों का हो रहा कायाकल्प : महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज जंक्शन का वृहद स्टेशन विकास योजना के तहत और फाफामऊ और प्रयाग जंक्शन का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत कायाकल्प किया जा रहा है. इन स्टेशनों का निर्माण कार्य अक्टूबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा. जिससे महाकुंभ के समय ये स्टेशन पूरी तरह से विकसित और तैयार हों. इसके तहत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी, जिसमें वेटिंग रूम, टिकट काउंटर, प्लेटफार्म, वाशिंग लाइन और स्वच्छता सुविधाओं का विस्तार शामिल है. इन स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या को संभालने के लिए भी विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं.

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