रायपुर: विनायक चतुर्थी का पर्व भगवान गणेश को समर्पित है. भगवान गणेश प्रथम पूज्य देव हैं. किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है. हर माह शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी के तौर पर मनाया जाता है. फाल्गुन मास के मार्ग शीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा आराधना की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से भगवान गणेश की खास कृपा प्राप्त होती है.
जानिए शुभ मुहूर्त: फाल्गुन शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 13 मार्च सुबह 4 बजकर 03 मिनट पर है. इसका समापन 14 मार्च की सुबह 1:25 पर है.
ऐसे करें पूजा
- विनायक चतुर्थी के दिन बुधवार को सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें.
- घर के मंदिर में सफाई करने के बाद दीपक जलाएं.
- भगवान गणेश का गंगाजल से अभिषेक करें.
- भगवान गणेश को साफ स्वच्छ वस्त्र पहनाएं.
- भगवान गणेश को सिंदूर का तिलक लगाएं.
- प्रथम पूज्य विनायक को दूर्वा अर्पित करें. बप्पा को दूर्वा बहुत पसंद है.
- भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करने से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.
- पूजा के अंत में भगवान गणेश की आरती करें.
- मोदक का भोग लगाएं.
विनायक चतुर्थी के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. इस दिन कई लोग व्रत रखते हैं. व्रत करने वाली महिलाओं को इस दिन सुबह व्रत का संकल्प लेना चाहिए. फिर पूरे दिन उपवास रखें. सुबह में गणपति की पूजा करें. शाम को चन्द्रमा की पूजा करें. गणपति को दुर्वा अर्पित करें. -पंडित मनोज शुक्ला, पुजारी, महामाया मंदिर, रायपुर
व्रत रखने से दूर होती है हर बाधा: शास्त्रों के अनुसार विनायक चतुर्थी के दिन का बहुत अधिक महत्व माना गया है. विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है. विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने से सभी तरह की बाधा और विघ्न दूर हो जाती है. भगवान गणेश का अधिक से अधिक ध्यान करें. अगर आप व्रत रख सकते हैं, तो इस दिन व्रत जरूर रखें.