भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कम मतदान को लेकर निर्वाचन आयोग के साथ ही बीजेपी भी चिंतित है. हालांकि बीजेपी के साथ ही कांग्रेस नेता कम वोटिंग को अपने पक्ष में होने का दावा कर रहे हैं. जहां कांग्रेस कह रही है कि जनता ने इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को नकार दिया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के नेता कम मतदान प्रतिशत को लेकर अलग-अलग तरीके की दलीलें दे रहे हैं. उनका कहना है कि तीसरे और चौथे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ जाएगा.
विंध्य क्षेत्र में कम वोटिंग से डिप्टी सीएम चिंतित
भोपाल में बीजेपी कार्यालय में अहम बैठक में भाग लेने के लिए पहुंचे उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने बताया "विंध्य क्षेत्र में जहां से वह जनप्रतिनिधि रूप में आते हैं वहां पर पिछली बार 60% वोटिंग हुई थी. इस बार 49.5% मतदान हुआ है. इस हिसाब से देखा जाए तो 10 से 10.5 प्रतिशत मतदान कम हुआ है. वोट प्रतिशत घटने का एक बड़ा कारण कांग्रेस पार्टी के अंदर जो निराशा और उदासीनता थी, उसकी वजह से वोट प्रतिशत घटा है. इसके साथ ही फसलों की कटाई का समय था. खेती के लिए ये समय बहुत महत्वपूर्ण होता है. इसके अलावा शादी ब्याह और लगन और जनेऊ संस्कार के कार्यक्रमों के कारण भी वोट प्रतिशत गिरा है."
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कांग्रेस में निष्क्रियता के कारण गिरा वोट परसेंट
राजेंद्र शुक्ल ने कहा "गर्मी का भी एक अपना अलग प्रभाव रहा है. पिछली बार मई में वोटिंग हुई थी और उस समय फसल का काम पूरा हो चुका था. साथ ही शादी विवाह की लगन भी खत्म हो गई थी. केवल गर्मी का फैक्टर था और इसके साथ ही कांग्रेस को पिछले चुनाव में यह लग रहा था कि वह चुनाव की लड़ाई में है और इस बार उनको मालूम है कि मोदी लहर में वह कहीं भी लड़ाई में नहीं हैं. इसलिए उनके कार्यकर्ताओं में भी काफी उदासीनता देखी गई. बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए, जिसके चलते चुनाव में जैसी सक्रियता और लड़ाई जैसा माहौल होता है, वैसा नहीं दिखा." महिलाओं के कम वोट देने के सवाल पर डिप्टी सीएम ने कहा कि महिलाएं नाराज नहीं हैं.