अमेठीः उत्तर प्रदेश की हॉट सीट अमेठी को लेकर मतगणना जारी है. कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से 9590 वोटों से पीछे चल रही हैं. यह सीट हमेशा कांग्रेस की वजह से सुर्खियों में रही है. इस बार यहां कांग्रेस ने सोनिया गांधी के करीबी रहे केएल शर्मा को वर्तमान सांसद स्मृति ईरानी के सामने उतारा है. यहां केएल शर्मा और स्मृति ईरानी के बीच सीधी टक्कर है. पिछली बार यहां से स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया दिया था. अमेठी में फिर से जीत दर्ज करने के लिए प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने कड़ी मेहनत की थी. प्रियंका गांधी ने तो पूरी ताकत केएल शर्म को जिताने के लिए झोंक दी थी.
गौरतलब है कि पांचवें चरण में अमेठी लोकसभा क्षेत्र में 50.4 फीसदी मतदान हुआ था. इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार हैं, जिसमें भाजपा से तीसरी बार स्मृति ईरानी चुनाव लड़ रही हैं. वहीं, कांग्रेस से किशोरी लाल शर्मा और बसपा से नन्हें सिंह चौहान मैदान में थे. 2019 के चुनाव में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के राहुल गांधी को 55120 मतों से चुनाव हरा कर कांग्रेस के गढ़ को ढहा दिया था. इस बार स्मृति ईरानी अमेठी से जीत दर्ज करती है तो अमेठी के इतिहास में पहली बार होगा की गैर कांग्रेसी उम्मीदवार दूसरी बार जीत दर्ज करेगा. सबकी निगाहे टिकी है कि स्मृति ईरानी इस बार अपनी जीत दर्ज कर अमेठी की राजनीति में इतिहास बनाएगी या चुनाव हार कर अमेठी के लिए स्मृति हो जायेगी. विगत चुनाव परिणाम पर गौर करें तो 5 दशक में कभी भी कोई पार्टी का प्रत्याशी दो बार चुनाव नहीं जीत पाया है.
तीन बार ही जीते गैर कांग्रेसी उम्मीदवार
अमेठी लोकसभा सीट पर महज तीन चुनावों में ही दूसरे दलों को सफलता मिल पाई है. साल 1967 से साल 2014 तक कांग्रेस का दबदबा चला आ रहा था. इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में जनता पार्टी की लहर का असर इस सीट पर भी दिखाई पड़ा था. जनता पार्टी के रवी्ंद्र प्रताप सिंह ने यहां से जीत दर्ज किया था।इस चुनाव में पूर्व पीएम के बेटे स्व संजय गांधी चुनाव हार गए थे.इस सीट पर पहली बार 1998 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर खाता खोला। संजय सिंह ने इस सीट पर सफलता हासिल की थी. बीजेपी के संजय सिंह कैप्टन शर्मा को चुनाव हरा दिए थे. 21 साल बाद 2019 में स्मृति ईरानी ने दोबारा इस सीट को जीतने में कामयाबी हासिल की.
स्मृति की राह में रोड़ा बने के एल शर्मा
स्मृति ईरानी ने लोकसभा चुनाव 2019 में 55,120 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी को 4,68,514 वोट मिले थे. वहीं राहुल गांधी 4,13,394 वोट हासिल कर पाए थे. इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राहुल गांधी ने 1,07,903 वोटों से जीत दर्ज की थी. राहुल गांधी को इस चुनाव में 4,08,651 तो भाजपा की स्मृति ईरानी को 3,00,748 वोट मिले थे। बसपा के धर्मेंद्र प्रताप सिंह 57,716 और आम आदमी पार्टी के डॉ. कुमार विश्वास 25,527 वोट हासिल कर पाए थे.
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